जीत गया जंगी, मौत की जंग में …मौत से ठन गई…
AMAR SINGH JANGI
CHOWKI KHALET
PALAMPUR
ठन गई!
मौत से ठन गई!
जूझने का मेरा इरादा न था,
मोड़ पर मिलेंगे इसका वादा न था
रास्ता रोक कर वह खड़ी हो गई,
यों लगा ज़िंदगी से बड़ी हो गई
मौत की उमर क्या है? दो पल भी नहीं,
ज़िंदगी-सिलसिला,…
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