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Col jaswant singh bilaspur kalol

मंजुषा सहायता केंद्र कलोल गरीबों के लिए बना मसीहा

नमस्कार दोस्तो, चार मई के दिन लगभग चार बजे जिला बिलासपुर के गांव घुमाणी के श्री गोरखू के रिहायशी मकान में किसी कारण आग लग गई। गोरखू अपने घर में कपड़े सिलाई का काम करता है और धर्मपत्नी श्रीमती श्रद्धा देवी लोगों के घरों में झाड़ू पोछा…
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छोटी सी जिंदगी है ; हंस कर जीना सीखिए, छोड़ो गिले शिकवे ,कड़वे घूंट पीना सीखिए।

छोटी सी जिंदगी है ; हंस कर जीना सीखिए, छोड़ो गिले शिकवे ,कड़वे घूंट पीना सीखिए। हो सके तो बस ;इतनी सी मदद कर देना , कोई गिरा मिले ,उठा कर खड़ा कर देना। कब कौन और कहां पर ;पराधीन हो जाए, दुआ कर देना वहां, कोई और न हो जाए। बस दो…
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मुझे सबके सामने आज, फिसलना पड़ा है : कर्नल जसवन्त सिंह चन्देल

नहीं खोलूंगा मैं दरवाजा, दरवाजा अपने दिल का, देख तो लिया इन आंखों ने, आंखों ने सबकुछ आज। मुझे सबके सामने आज, फिसलना पड़ा है, आज यह देखने को कि, कौन हाथ बढ़ाता है, मुझे उठाने वास्ते मुझे बचाने वास्ते। कुछ तो खूब हंसे आज, आज…
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तमाम रात जलता रहा चुल्लाह झोंपड़ी में, गरीब पास आटा नहीं था रोटी पकाने को।

कर्नल जसवन्त सिंह चन्देल कलोल बिलासपुर हिमाचल Mob..94184 25568 तमाम रात जलता रहा चुल्लाह झोंपड़ी में, गरीब पास आटा नहीं था रोटी पकाने को। खामोशी छाई रही तमाम रात झोंपड़ी में। हवेली से आती रही आवाज चिल्लाने की। कम सहुलियतें होती है…
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कर लो सब गिले-शिकवे दूर, उस वक्त क्या याद करोगे, जब हम नहीं होंगें।

जब हम नहीं होंगें ***************** कर लो सारे गिले-शिकवे दूर, जो मुझ से हैं, उस वक्त क्या करोगे, दूर जब हम नहीं होंगें। कल ही रूठे थे ,याद कर मादा जो मुझ में है, उस वक्त क्या याद करोगे ,जब हम नहीं होंगें। आओ एक बनें ,भुला दे कमियां जो…
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ठोकरें खाते -खाते तो यहां तक पहुचां हूं,….

ठोकरें ****** ठोकरें खाते -खाते तो यहां तक पहुचां हूं, वरना उमर भर रास्ते ही तलाशता रहता। कभी कंकड़-पत्थर तो कभी कांटेभी मिले, बेपरवाह चलता रहा नहीं तो हटाता रहता। कभी बिच्छू सांप और कभी सपोले भी मिले, हटानें में कामयाब नहीं ज़हर…
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बिना गुनाह ये खंजर घोंपते देख रखे हैं मैंने..कर्नल जसवन्त सिंह चन्देल

हाव -भाव *********** लोगों के कई हाव -भाव देख रखे हैं मैंने, करतब इनके बड़े चाव से देख रखे हैं मैंने, मेरे सामने मेरे ही कसीदे बुनते हैं ये लोग, इन्हें दूसरों के घाव कुदेरते देख रखे हैं मैंने। बिना गुनाह ये खंजर घोंपते देख रखे हैं…
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मंजूषा सहायता केंद्र ने कायम की मानवता की मिसाल

Col. Jaswant Singh Chandel Vill kalol, Bilaspur, Mob.. 9418425568 आठ वर्ष दिल की बीमारी से जूझता रहा नमस्कार दोस्तो, यह फ़ोटो श्रीमती सुनीता कुमारी का है। यह महिला स्व होशियार सिंह, गांव व डाकघर डंगार जिला बिलासपुर हिमाचल प्रदेश की…
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दिल में छेद वाली बालिका के ईलाज हेतु आगे आया मण्जुषा सहायता केन्द्र कलोल

कु मनीषा पुत्री श्री देवेन्द्र सिंह गांव धार डाकघर दसेहड़ा तहसील बल्ल जिला मंडी हिमाचल प्रदेश की निवासी है। 04 अगस्त 2021 के दिन दिव्य हिमाचल अखवार में एक खबर छपी कि इस नौजवान बालिका के दिल में छेद है और इसका इलाज आई जी एम सी शिमला…
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अपने बच्चों की शरारतों पर डांट मत लगाना, शरारत किए जसवन्त गुज़र ही गया जमाना

कर्नल जसवन्त सिंह चन्देल कलोल बिलासपुर हिमाचल प्रदेश बचपन की सारी शैतानियां, छोड़ दी थी जवानी में। बुढ़ापा आया याद आईं कहानियां, सब्र कर उमर गुजरेगी बदनामी में। सहपाठी के झोले से गाजनी चुराना, साथ बैठी लड़की का पैर दबाना, उसी की…
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