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एक और कन्या का घर बसा दिया कर्नल जसवन्त सिंह चंदेल के मंजुषा सहायता केंद्र ने, आप भी दे सकते हैं…

नमस्कार दोस्तो, यह बेटी निशा शर्मा है। इनके पिता सोहन लाल शर्मा स्वर्ग सिधार चुके हैं। माता श्रीमती विद्या देवी शर्मा अपनी इस बेटी की शादी 16 जनवरी 24 को अपने निवास स्थान गांव व पोस्ट मलांगण बिलासपुर में कर रही…
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श्री शिव-शनि मंदिर भरठवान में सम्प्पन्न हुआ पुस्तक विमोचन समारोह।

श्री शिव-शनि मंदिर भरठवान में सम्प्पन्न हुआ पुस्तक विमोचन समारोह। "भलेई वासिनी भद्रकाली माता जी की अमर कहानी" पुस्तक का विमोचन श्री शिव-शनि मंदिर भरठवान में सम्पन्न हुआ। यह पुस्तक साहित्यकार एवं कवि रविंद्र साथी ने लिखी। कवि रविंद्र साथी…
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मेरी कोटधार : टोलग है इक कामगारां रा गौंअ, विधायक बीरूए रा मशहूर गौंअ,

कर्नल जसवन्त सिंह चन्देल, कलोल, बिलासपुर। मेरी कोटधार बडसरा ते चलदी मेरी कोटधार, उतरा - पछमां खा सोला सिंगी धार, निग्गे गौओ रा नौंअ है नघियार, बच्छरेटूए नौण मंदर दुकाना चार, रौंणका लगी रैहंदिया हर एतवार, इक बार जांगे ता जांगे बार-बार ।…
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कभी गिरा, कभी उठा और कभी उठा नहीं : कर्नल जसवन्त सिंह चन्देल

कभी गिरा, कभी उठा और कभी उठा नहीं, बस यही तो करता रहा हूं मैं आज तक। बढ़ाता रहा और बढ़ाता भी रहता हूं मैं हाथ, उस तक जो गिर कर उठा नहीं आज तक। खुद खाने से पहले मैं बांट लेता हूं थोड़ा सा, तभी कभी भूखा नहीं रहा हूं आज तक। वे भी क्या…
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छप्पर वाला मकान, मैंने भी बना रखा है, मगर इसमें एक भी, झरोगा नहीं रखा है।

छप्पर वाला मकान, मैंने भी बना रखा है, मगर इसमें एक भी, झरोगा नहीं रखा है। बस छोटा सा दरवाजा, इसमें खुलता है, उस पर भी फटा हुआ, पर्दा मैंने सिलवा रखा है। पूछने वाले पूछ लेते हैं, खिड़की रोशनदान कहां पड़े हैं, बोलना पड़ता है,…
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मुझे सबके सामने आज, फिसलना पड़ा है : कर्नल जसवन्त सिंह चन्देल

नहीं खोलूंगा मैं दरवाजा, दरवाजा अपने दिल का, देख तो लिया इन आंखों ने, आंखों ने सबकुछ आज। मुझे सबके सामने आज, फिसलना पड़ा है, आज यह देखने को कि, कौन हाथ बढ़ाता है, मुझे उठाने वास्ते मुझे बचाने वास्ते। कुछ तो खूब हंसे आज, आज…
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कर लो सब गिले-शिकवे दूर, उस वक्त क्या याद करोगे, जब हम नहीं होंगें।

जब हम नहीं होंगें ***************** कर लो सारे गिले-शिकवे दूर, जो मुझ से हैं, उस वक्त क्या करोगे, दूर जब हम नहीं होंगें। कल ही रूठे थे ,याद कर मादा जो मुझ में है, उस वक्त क्या याद करोगे ,जब हम नहीं होंगें। आओ एक बनें ,भुला दे कमियां जो…
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मण्जुषा सहायता केन्द्र कलोल का मानव सेवा का एक और अनूठा प्रयास

यह फोटो कु उषा देवी पुत्री श्री अमृत लाल भराड़ी निवासी का है। इस बालिका ने बी ए कर लिया है और कम्प्यूटर का एक वर्ष का डिप्लोमा कर रही है। इस बालिका की खबर मण्जुषा सहायता केन्द्र कलोल की सदस्या श्रीमती ममता जी ने हम तक पहुंचाई ‌।इस…
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शनिदेव मंदिर छिंज कमेटी ने समारोह का मुख्यातिथि बनाया कर्नल जसवन्त सिंह चन्देल को, 1300 ई. के…

 मुख्यातिथि बनने पर देखिए क्या कहते हैं परम आदरणीय कर्नल जसवन्त सिंह चन्देल जी..... नमस्कार दोस्तो! यह मेरा सौभाग्य है और इलाके के बुजुर्गो, नौजवानों, माताओं बहनों और बच्चों का प्यार है…
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कर्नल साहिब की *ज़िद्द* “बुजुर्ग” और “ज़िद्द”

Col. Jaswant S. Chandel बुजुर्ग ******** गांव के बुजुर्ग कुछ हद तंदरुस्त देखे, खाते- पीते चलते -फिरते दुरुस्त देखे, हां हवेली की सीढ़ियां चढ़ते थके देखे, शाम क्या पड़ी अंधेरा होते सुस्त देखे। मगर कहीं गांव में घूमते सियार…
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