पत्थरों के शहर में
पत्थरों के शहर में
कच्चे मकान कौन रखता है...!
आजकल हवा के लिए
रोशनदान कौन रखता है...!!
अपने घर की कलह से
फुरसत मिले तो सुने..!
आजकल पराई दीवार पर
कान कौन रखता है...!!
खुद ही पंख लगाकर
उड़ा देते हैं चिड़ियों को..!
आज कल परिंदों…
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