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कर्नल जसवन्त सिंह चंदेल रचित “सावन”

सावन परम्पराओं में श्रेष्ठ और पावन, हर वर्ष आता यह प्यारा सावन, मां पार्वती को श्रद्धा से है प्यारा, भगवान शिवजी समर्पित सावन। सावन महीना पवित्र उपवासों का, पहाड़ चढ़ रहे श्रद्धालु सहासों का, दसों दिशाओं में लगते हैं यहां मेले,…
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समाज सभ्य जो हो गया है….!

SURENDER SHARMA *समय पुराना था* तन ढँकने को कपड़े न थे, फिर भी लोग तन ढँकने का प्रयास करते थे । आज कपड़ों के भंडार हैं, फिर भी तन दिखाने का प्रयास करते हैं *समाज सभ्य जो हो गया हैं ।* *समय पुराना था*, आवागमन के साधन कम थे।…
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तन्हा बैठा था एक दिन मैं अपने मकान में…

दिल को छू लेने वाली कुछ पंक्तियां Raj Arora *तन्हा बैठा था एक दिन मैं अपने मकान में,* *चिड़िया बना रही थी घोंसला रोशनदान में।* *पल भर में आती पल भर में जाती थी वो।* *छोटे छोटे तिनके चोंच में भर लाती थी वो।* *बना रही थी…
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“मैं भारत माता गर्वित हूं” प्रख्यात लेखिका श्रीमती सुरेश लता अवस्थी की देशभक्ति से…

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प्रख्यात लेखिका श्रीमती सुरेश लता अवस्थी की भावनात्मक रचना “आँगन का पेड़”

SURESH LATA AWASTHI, Chowki Khalet PALAMPUR Mob : 82787 39443 'आंगन का पेड़ मेरे आँगन में खड़ा, आम का पेड़, रोज़ देखती हूँ उसे, कैसे खड़ा है सिर उठाए, नहीं डरता किसी से, न आँधी से न तूफान से। चाहती हू मैं, इस की तरह बनू, सदा खड़ी…
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इस कथा को जो पढ़ेगा उसे 84 लाख योनियों से मुक्ति मिल जायेगी

*।।इस कथा को जो पढ़ेगा उसे 84 लाख योनियों से मुक्ति मिल जायेगी।।* एक बार की बात है कि यशोदा मैया प्रभु श्री कृष्ण के उलाहनों से तंग आ गयीं और छड़ी लेकर श्री कृष्ण की ओर दौड़ीं। जब प्रभु ने अपनी मैया को क्रोध में देखा तो वह अपना बचाव करने के…
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पालमपुर की प्रख्यात लेखिका श्रीमती सुरेश लता अवस्थी की मार्मिक रचना “‘नहीं इस दुनिया…

SURESH LATA AWASTHI, CHOWKI KHALET, PALAMPUR, MOB : 82787 39443 "नहीं इस दुनिया में, अपनी इच्छा से जन्म लेता है इन्सान" नहीं इस दुनिया में, अपनी इच्छा से जन्म लेता है इन्सान, फिर क्यों पड़ जाते हैं, उसके अलंग अलग नाम। क्यों बन…
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सीखा पर्वतों से मैंने…प्रख्यात कवयित्री श्रीमती सुरेश लता अवस्थी की खूबसूरत रचना

Smt. SURESH LATA AWASTHI, CHOWKI KHALET, PALAMPUR MOB : 8278739443 सीखा पर्वतों से मैंने... मैने पर्वत की ऊँचाइयों से सब सहना सीखा है, सुख- दुख दोनों में सम रह कर, मैने तो जीना सीखा है। कभी बादल देते ओलों की मार, वर्षा…
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फौजी : प्रख्यात कवयित्री सुरेश लता अवस्थी की मार्मिक रचना, भावविभोर हो जाएंगे आप फौजी और उसके परिवार…

SURESH LATA AWASTHI CHOWKI, PALAMPUR Mob : 82787 39443 फौजी कब क्या हो, कौन जाने संगीनों के साए में, बारूद के ढेर पर, सरहद पे खड़ा सीना ताने, खड़ा है फौजी घर से दूर, मिलने से मजबूर, हृदय वेदना कौन…
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प्रख्यात लेखिका श्रीमती सुरेश लता अवस्थी की “आवाज़”

मंच को प्रणाम आवाज सच्चे दिल की आवाज भगवान सुनते हैँ जरूर, औऱ भक्तों को बचाने पहुँच जाते हैँ दूर दूर. भक्त प्रेहलाद को पिता ने पर्वत से गिराया था, उसकी आवाज सुनी तो आके उसे बचाया था सच्चे दिल....... सरोवर मैं गज ज़ब मौत के…
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