जय श्रीराम : कलियुग में चमत्कार, 230 पुस्तकों के रचयिता जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जन्म से नेत्रहीन
SHRI AYODHYA Ji (U.P.)
RAJESH SURYAVANSHI
उन्हें नेत्रहीन क्यों कहा जाता है?* . आज 75 वर्ष के हो चुके महान गुरुदेव जन्म से अंधे हैं।
उल्लेखनीय है कि स्कूल में हर कक्षा में उन्हें 99% से कम अंक नहीं मिले। उन्होंने 230 किताबें लिखी…
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