धर्मशाला में जिला कांगड़ा क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम की मासिक समीक्षा बैठक का आयोजन 

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धर्मशाला में जिला कांगड़ा क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम की मासिक समीक्षा बैठक का आयोजन 

RAJESH SURYAVANSHI, CHAIRMAN MISSION AGAINST CORRUPTIONcum Editor-in-Chief, HR MEDIA GROUP

आज दिनांक 22 अगस्त 2024 को जिला कांगड़ा क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम की मासिक समीक्षा बैठक का आयोजन जोनल अस्पताल धर्मशाला के मीटिंग हॉल में किया गया । जिसकी अध्यक्षता मुख्यचिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश गुलेरी ने की ।


इस समीक्षा बैठक में जिला स्वास्थ्य व क्षय रोग अधिकारी डॉ राजेश सूद तथा विश्व हैल्थ पार्टनर से डॉ सतीश पुंडीर , डॉ कामेश , डॉ सतीश , डॉ अक्षय , एम एस जोनल अस्पताल धर्मशाला, डॉ अजय दत्ता, जिला के खण्ड चिकित्सा अधिकारी , वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी व उनके सहयोगी स्टाफ व जिला क्षय केंद्र धर्मशाला के कर्मचारियो ने भाग लिया ।
बैठक का संचालन करते हुए डॉ राजेश सूद जिला स्वास्थ्य व क्षय रोग अधिकारी जिला कांगडा ने कार्यक्रम के अंर्तगत चल रही गतिविधियों की विस्तार से जानकारी दी । बैठक में हैल्थ ब्लाक शाहपुर के बीएमओ डॉ एच पी सिंह को निक्षय मित्र योजना से जुड़ी अच्छी सेवाओं के लिए मुख्यचिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश गुलेरी ने सम्मानित किया । इस दौरान मुख्यचिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश गुलेरी ने वयस्क बीसीजी टीकाकरण के लाभार्थियों की नियमित स्वास्थ्य जांच पर बल देने के साथ आशा कार्यकर्ता द्वारा सन्डे एसीएफ गतिविधि को सुदृढ बनाने पर जोर दिया । डॉ गुलेरी ने उपस्वास्थ्य केंद्रों में डीवीडी एमएस को एक्टिव करने निर्देश दिए तथा आयुष्मान आरोग्य शिविरों के शेड्यूल बनाने के निर्देश भी दिए ।डॉ गुलेरी ने जानकारी देते हुए बताया कि अब तक 89498 जोखिमपूर्ण आबादी की स्वास्थ्य जांच की गई है ।
डॉ गुलेरी ने टीबी रोगियों की बेहतर देखभाल के लिए डीटीबीसी जांच व सभी मरीजों को दाखिल करने के निर्देश दिए तथा जिला में एच डब्ल्यू सी स्तर पर एक महिला व एक पुरुष टीबी चैंपियन चिन्हित करने के निर्देश दिए । डॉ गुलेरी ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला के अस्पताल, सीएच, सीएचसी , मेडीकल कॉलेजों में टीबी मरेजों के लिए 2 से 4 बेड चिन्हित किये गए हैं तथा टीबी के सभी मरीजों की देखभाल के लिए परिवार एक सदस्य को जोड़ा जा रहा है जिसे निक्षय साथी का नाम दिया गया है तथा कहा कि निक्षय साथी मरीज के ठीक होने में मददगार साबित होंगे । डॉ गुलेरी ने आह्वान किया कि सभी टीबी के मरीजों को मनोसामाजिक व पोषण सहायता के लिए निक्षय मित्र बनने के लिए आगे आना चाहिए । डॉ गुलेरी ने बताया कि इस वर्ष टीबी जांच के लिए 69728 जांच का लक्ष्य रखा गया है तथा 31 जुलाई , 2024 तक 41293 की जाँच की गई है ।
डॉ गुलेरी ने हैल्थ ब्लाक डाडासीबा, नगरोटा सूरियां को जांच दर में सुधार के निर्देश दिए । डॉ गुलेरी ने बताया कि टीबी बचाव की दवाई टीपीटी मरीजों के कॉन्टेक्ट में रहने वालों को जांच के बाद दी जाती है तथा 2572 कॉन्टेक्ट की गई जांच में 353 कॉन्टेक्ट्स में लेटेंट टीबी पाया गया जिन्हें टीबी से बचाव की दवाई भी दी गई है । डॉ गुलेरी ने बताया कि बिगड़ी टीबी वाले मरीजों को आरपीजीएमसी टांडा जाने के लिए एक अटेंडेंट का भी किराया दिया जाता है वही टीबी मरीजों को मुख्यमंत्री क्षयरोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत निःशुल्क सीटी स्कैन व एमआरआई उपलब्ध कराई जा रही है । डॉ गुलेरी ने कहा कि जिला कांगडा में टीबी से जुड़ी सेवाओं को सुदृढ करने के लिए सीएचओ को प्रशिक्षण दिया गया है । डॉ गुलेरी ने बताया कि जिला कांगड़ा में ग्राम पंचायत भागीदारी टीबी मुक्त अभियान को सुद्रढ़ करने के लिए पंचायत स्तर पर टीबी फोरम गठित किये गए हैं तथा उनकी बैठके भी आयोजित की जा रही हैं । डॉ गुलेरी ने जानकारी देते हुए बताया कि हर महीने 24 तारीख को निक्षय दिवस का आयोजन किया जाता है जिसका उद्देश्य टीबी रोग बारे चर्चा के साथ जनजागरूकता व किसी भी प्रकार की भ्रांतियां दूर करना है । डॉ गुलेरी ने टीबीमुक्त अभियान को जनांदोलन बनाने का भी आह्वान किया । विश्व हैल्थ पार्टनर से डॉ सतीश पुंडीर ने कहा कि टीबी चैम्पियन्स को समुदाय आधारित गतिविधियों में शामिल करके जागरूकता एवं टीबी मुक्त अभियान को लक्ष्य की ओर बढ़ा सकते हैं ।

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