मुख्यमंत्री सूक्खु ने यह क्या कर डाला, असम्भव को संभव कर विरोधियों के मुंह पर ताला जड़ डाला, ओपीएस के ख़्वाब को हकीकत में बदल डाला, गोकुल बुटेल जैसे अनुभवी और ऊर्जावान साथियों के सहयोग से न जाने और कितने कीर्तिमान स्थापित करेंगे ठाकुर सुखविन्दर सिंह,
ठाकुर सुखविन्दर सिंह सुक्खु इस वात पर दृढ़ विश्वास रखते हैं कि….
हो सकता है आसमान में भी सुराख़,
एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो
वैसे तो हिमाचल सरकार ने अपनी पहली सम्पूर्ण केबिनेट मे हिमाचल प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों को पूरानी पेंशन बहाली की सैद्धान्तिक मंजूरी दे दी थी परंतू आज सरकारी कर्मचारियों की एनपीएस कटौती को प्रतिबंध कर हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार ने अपने चुनाव घोषणापत्र के तहत दी गई पहली गारंटी को व्यवहारिक बना दिया जिसके साथ आज इस मुद्दे पर सभी कयासों व अफवाहों पर पूर्ण विराम लग गया है।
हिमाचल प्रदेश नई पेंशन योजना कर्मचारी संघ जिला सिरमौर ने इस अधिसूचना का हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन किया है तथा आशा व्यक्त की है कि बहुत शीघ्र सभी कर्मचारियों को विकल्प की सुविधा के साथ ही जीपीएफ अकाउंट की सुविधा मिल जाएगी। जिलाध्यक्ष सुरेंद्र पुंडीर राज्य उपाध्यक्ष सुनील तोमर, महिला विंग अध्यक्षा प्रितीका परमार, महासचिव एम के कोशल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष जगदीश परमार, कोषाध्यक्ष हरदेव ठाकुर, खंड अध्यक्ष संदीप कश्यप, जितेंद्र चौहान, प्रवीण शर्मा, चंद्रमणि वर्मा, बीआर सिंघटा एवं कपिल शंखवाण ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं संपूर्ण कैबिनेट का आभार व्यक्त किया है तथा सभी कर्मचारियों से निवेदन किया है कि धर्मशाला में आयोजित होने वाली आभार रैली को ऐतिहासिक बनाने के लिए सपरिवार शामिल हो।
जिलाध्यक्ष पुंडीर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार के इस फैसले स लोकतंत्र मे लोगों का विश्वास मजबूत हुआ है, पुरानी पेंशन बहाली से जहां लगभग 1,36,000 कर्मचारियों का भविष्य सुरक्षित हुआ है वहीं नई युवा उर्जावान प्रतिभाएं भी सरकारी सेवा की ओर आकर्षित होंगी।
इस असम्भव कार्य को जिसे कई कांग्रेसी दिग्गज भी चुनावी स्टंट, चुनावी जुमला या असंभव कार्य मान चुके थे, उसे इतनी जल्दी संभव बना कर मुख्यमंत्री सुखविन्दर सूक्खु ने इतिहास रच दिया है और अपना लोहा मनवाने में सफलता हासिल की है।
इस चमत्कार से विपक्ष का मुंह भी खुला का खुला रह गया है। उनके शब्द मानो ख़ौ से गए हैं।
विपक्ष यह देख कर परेशान है कि जिस कार्य को मोदी जी भी असम्भव करार दे चुके थे उसे ठाकुर सुखविन्दर सूक्खु ने कैसे सम्भव बना डाला।
लोगों का मानना यह भी है कि जिस मुख्यमंत्री के साथ गोकुल बुटेल सरीखे नौजवान, ऊर्जावान, हाइली क्वालिफाइड, विदेशी अनुभव को प्रदेश में सांझा करने वाले समझदार और प्रतिभावान सहयोगियों का साथ होगा, उन्हें किस चीज़ की कमी है। ऐसे साथियों की हिम्मत से कांटों भरे रास्ते भी आसान होते चले जाते हैं।
इस ऐतिहासिक जीत के लिए HIMACHAL REPORTER
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविन्दर सिंह सूक्खु व उनकी तमाम योग्य टीम को हार्दिक बधाई देता है। आपका भविष्य उज्ज्वल हो।