पटरी से उतर गए ट्रेन इंजन के पहिये, भयंकर हादसा होने से टाला

रेलवे विभाग ने फालतू समझ रखी है यह ट्रेन सर्विस

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पटरी से उतर गए ट्रेन इंजन के पहिये, भयंकर हादसा होने से टाला

INDIA REPORTER TODAY

SANSAR SHARMA

पठानकोट-जोगिद्रनगर रेलमार्ग पर सुलह रेलवे स्टेशन के समीप शाम करीब 4.30 बजे इंजन के 4 पहिए पटरी से उतर गए जिसके चलते एक बड़ा हादसा होने से टल गया। इस हादसे के बाद कई घंटों तक रेलगाड़ी में सवारियों की जान हलक में फंसी रही।

घटना की सूचना मिलते ही पठानकोट जोगिद्रनगर डिवीजन के कई बड़े अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए जिसके बाद बैजनाथ पपरोला से एक अन्य इंजन व लेबर को लाकर 4 घंटे तक कड़ी मशक्कत के बाद इंजन के पहियों को हाईड्रोलिक जैक से उठाकर पटरी पर वापस रखा जा सका जिसके बाद करीब 9 बजे रेलगाड़ी बैजनाथ पपरोला की ओर रवाना हुई लेकिन तब तक रेल में सवार अधिकतर लोग अपने गंतव्यों की ओर जा चुके थे। गौरतलब है कि लंबे अर्से के बाद पठानकोट-

पटरी से उतरे इंजन के पास खड़े

डी.आर.एम. ने कांगड़ा घाटी के दौरे के दौरान पटरियों के सुधारीकरण व पटरी पर रोड़ी बिछाने पर बल दिया था। इसके साथ ही रेलघाटी में रेलों के यातायात को बढ़ावा देने को लेकर नए रेल इंजन भी दिए गए थे। इस घटना के बाद रेलवे विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लग गए हैं। कोरोना काल में रेलवे अधिकारी व लोगरे लगाड़ियों का परिचालन बंद होने के चलते पटरियों का रखरखाव करने में कोताही होने के चलते क्या इस प्रकार के हादसे हो रहे, यह सवाल भी लोगों के जेहन में उठ रहा।

इस हादसे के बाद रेलवे विभाग पालमपुर से ए. डी. एन. ने बताया कि हादसे की जांच जारी कर दी गई है व जांच पूरीहो ने के बाद ही पता चल सकेगा कि हादसा कैसे हुआ। उन्होंने बताया कि चालक की सूझबूझ से आज एक बड़ा हादसा होने से टल गया। वहीं नए रेल इंजन होने के बावजूद पुराने रेल इंजनों को पटरी पर दौड़ाए जाने को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने बताया कि नए रेल इंजन ट्रायल के तौर पर ही इस ट्रैक पर चलाए जाते हैं।

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