OEEE ट्रेनिंग के तीसरे बैच की शुरुआत, पहला दिन कुछ इस अंदाज में
OEEE ट्रेनिंग के तीसरे बैच की शुरुआत,
पहला दिन कुछ इस अंदाज में
SANSAR SHARMA
सबसे पहले स्वास्थ्य शिक्षिका श्रीमती दया देवी जी ने ट्रेनिंग में उपस्थित Dr. नवीन राणा जी बीएमओ भवारना Tots, Dr. अरुण राणा जी एवम उपस्थित आशा का OEEE ट्रेनिंग में स्वागत किया एवम आशा को बताया गया कि पांच दिवसीय ट्रेनिंग में आप काफी उपयोगी जानकारियां हासिल करेंगी जिनको आपने अपने कार्य क्षेत्र में बांटना है अनुशासित ढंग से ट्रेनिंग करें ब कोई दिक्कत हो तो अपने Tots को सूचित करें।
इसके साथ ही बीएमओ भवारना जी से ट्रेनिंग शुरुआत करने की इजाजत मांगी गई।
Dr नवीन राणा बीएमओ भवारना जी ने भी उपस्थित TOTs एवम आशा का स्वागत किया बह ट्रेनिंग शुरू करने की इजाजत दी इसके साथ साथ आशा को बताया गया कि ट्रेनिंग में आप अच्छे से मेहनत करेंगे और अपना ज्ञान बढ़ाकर लोगों को भी लाभ पहुंचाए।
ट्रेनिंग में आप को कोई कमी नहीं रखी जाएगी ।सभी Tots आपके परिचित हैं ट्रेनिंग के साथ अन्य स्वास्थ्य प्रोग्रामों बारे भी जानकारी बढ़ाएं और उन्हें भी बांटे। इसके बाद आशा का प्री टेस्ट लिया गया जिसमें पाया गया कि इस ट्रेनिंग मॉड्यूल में आशा को काफी सारी नई जानकारी मिलने वाली है जो उन्हें पहले पता नहीं है,आशा के तीन ग्रुप बनाए गए। ग्रुप नंबर 1 कल प्रार्थना,ग्रुप नंबर 2 चार्ट द्वारा प्रस्तुति देगा,ग्रुप नंबर 3 पूरे दिन की कार्यवाही बारे जानकारी देगा।इसके बाद स्वास्थ शिक्षिका श्रीमती दया देवी जी ने अपने अंदाज में मुख देखभाल के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि अपने आप भी दो बार ब्रश एवम जीभ को साफ करना है सुबह नाश्ते के बाद और रात को सोने से पहले और लोगों को भी सलाह देनी है,पेस्ट मटर के दाने के आकार का लेना है,जब मां गर्बबती होती ,धात्री होती है तो उसके दांतों से खून निकलता है तो ब्रश करना छोड़ देती है लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए उनको नरम ब्रश करने की सलाह दें इसके साथ संतुलित आहार लेने,अपनी समय पर जांच करवाने,अपनी स्वस्थ दिनचर्या रखने,ताजी हरी पत्तेदार सब्जियों,लोकल लेवल पर उपलब्ध फलों का सेवन करने की सलाह देते रहें। बच्चे को 0 से 6महीने में केवल मां का दूध पिलाने की सलाह दें और बच्चे के मसूड़ों को भी साफ सूती कपड़े को उंगली में लपेटकर धीरे से साफ करें,जब पहला दांत आए तो नरम ब्रश से साफ करें 3से 6साल तक के बच्चों को चावल के आकार का बच्चों बाला पेस्ट घर के सदस्य अपनी निगरानी में कराएं,अपनी आंगनवाड़ी,स्कूलों में भी बच्चों को ब्रश एवम जीभ साफ करने बारे जानकारी देते रहें।इसके बाद आशा से सुमन के हैंड वाशिंग बारे ग्रुप एक्टिविटी करवाई गई, और माटी को सान सान मानव बनाया,ईश्वर है सच्चा कुम्हार हुर्र……एक्टिविटी करवाई गई ताकि थोड़ा फ्रैश हो जाएं
इसके बाद Dr. अरुण राणा जी ने आशा को दांतों की बनाबट बारे, जानकारी देते हुए बताया कि हमारे दांत 6महीने से निकलना शुरू होते हैं और 2.5साल तक 20 दांत निकल आते हैं लेकिन कई बार हम परवाह नहीं करते क्योंकि हम सोचते हैं कि पुराने दांत टूट ही तो जाएंगे जबकि हमें ध्यान रखने की जरूरत है दूध वाले दांत ठीक होगे तभी नए दांत अच्छे आएंगे आशा को बताया गया कि अपने कार्य क्षेत्र में जाकर देखें किसी को कोई दिक्कत हो तो अपने नजदीकी स्वास्थ्य संस्थान में जाकर दिखाएं।32दांतों यानी परमानेंट दांतों के बारे जानकारी देते हुए बताया कि अगर आप पूरा ख्याल रखते हैं तो काफी समय तक काम कर सकते हैं,गुनगुने पानी में थोड़ा नमक मिलाकर सुबह शाम कुल्ला करें,लोगों को नशे से दूर रहने की सलाह दें, बहुत गर्म या ठंडे पेय पदार्थों से बचें,ब्रश करने की सही टेक्निक बताई गई ब समझाया गया कि जानकारी देते रहें।स्वाद के कारण लोगों को जंक फ़ूड खाने की आदत बन रही है लोगों को सलाह दें कि जंक फ़ूड से बचें ,इसके बाद Dr. सुनील त्यागी जी ने अपने अंदाज में आशा को दांतों के बारे जानकारी देते हुए मिथ्य और तथ्य के बारे जानकारी दी,जिसमें बताया गया कि लोग मुंह से समंधित बीमारी को बीमारी ही नहीं मानते जबकि समय पर जांच न करवाई जाए तो दिल की बीमारी, कैंसर भी हो सकता है ,समय पर जांच करवाने से दांत को बचाया जा सकता है,अगर चोट लगने से दांत टूट जाए तो दांत को सुरक्षित मुंह में रखकर,या दूध में रखकर,या नारियल पानी में रखकर एक घंटे में डेंटल Dr. के पास पहुंच कर दांत को सुरक्षित लगाया जा सकता है।आशा से दांतों के बारे प्रश्न किए गए ब आशा ने भी दांतों की चर्चा में Dr.सुनील त्यागी जी से अपने मिथ्यों को स्पष्ट किया।आशा को समय पर जल,चायपान दोपहर के भोजन की उचित व्यवस्था है और उनकी फीडबैक से पता चला कि उन्हें OEEE ट्रेनिंग काफी सरल ब TOTs लोकल भाषा में भी बता रहे हैं तो रोचक ब जानकारी पूर्वक लग रही है।
उपस्थित सभी आशा को AIDS के बारे भी जागरूक किया गया।
TOTs Dr. अरुण राणा जी,Dr. सुनील त्यागी जी एवम उपस्थित आशा का OEEE ट्रेनिंग में स्वागत किया।
AIDS की जागरूकता बारे जानकारी देते हुए बताया गया कि एड्स चार कारणों से फैलती है,असुरक्षित यौन संबंध, असुरक्षित खून चढ़ाने से, मां से शिशु को,असुरक्षित सुई का इस्तेमाल करने से,इन्हीं चार कारणों में ही सावधानी बरतें तो बचाव भी संभव है।हमेशा जीवन साथी से बफादारी रखें और लोगों को भी सलाह दें स्कूली,बच्चों को सलाह दें कि अपना मन पढ़ाई में अच्छे क्रिएटिव कामों में लगाएं,लोगों को नशा मुक्त रहने की सलाह दें, गर्भवती महिलाओं को एवम उनके पत्तियों को ब्लड ग्रुप के साथ एचआईवी की जांच करवाने की सलाह दें और एमसीपी कार्ड में जरूर भरें।लोगों को स्वस्थ दिनचर्या की सलाह दें।