त्रिलोक कपूर की दहाड़…कांग्रेस के निकम्मेपन के कारण ज़िला नहीं बन पाया पालमपुर, रोपवे परियोजना प्राथमिकता : त्रिलोक कपूर, विधायक उम्मीदवार, पालमपुर

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रोपवे परियोजना प्राथमिकता : त्रिलोक कपूर, विधायक उम्मीदवार, पालमपुर

RAJESH SURYAVANSHI
Editor-in-Chief, HR MEDIA GROUP, 9418130904, 8988539600

भाजपा के वरिष्ठ नेता और हिमाचल प्रदेश स्टेट वूल फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष त्रिलोक कपूर ने एक विशेष साक्षात्कार में रहस्योद्घाटन किया है कि अगर विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा सरकार को सत्ता में लाने के लिए वोट दिया जाता है प्रदेश की जनता के जीवन में खुशहाली लाने के लिए प्रदेश की डबल इंजन सरकार  राज्य का कायाकल्प करके रख देगी।

राजेश सूर्यवंशी : चुनाव जीतने के बाद आपकी पालमपुर के लिए क्या प्राथमिकता रहेगी?

त्रिलोक कपूर : सूर्यवंशी जी, जैसे ही मैं पालमपुर का विधायक चुन कर आऊंगा और हमारी सरकार बनेगी तो मेरी यह प्राथमिकता रहेगी कि 605 करोड़ रुपये की धनराशि से निर्मित होने वाले 13.5 किलोमीटर लंबे पालमपुर रोपवे को मूर्त रूप देकर इसे जनता को समर्पित कर दिया जाए।

राजेश सूर्यवंशी : क्या खासियत है इस रोपवे प्रोजेक्ट की और आम जनता को इससे क्या लाभ मिलेगा?

त्रिलोक कपूर : सूर्यवंशी जी, यह आपने लाजवाब प्रश्न किया। यह रोपवे पालमपुर की सुंदरतम घाटी के लिए स्वर्णिम भविष्य के द्वार खोलेगा।

समुद्रतल से लगभग 14,000 फुट की ऊंचाई पर धौलाधार की ऊंची पहाड़ियों में हाथी-चुंजा ग्लेशियर के साथ पालमपुर से पर्यटक पहुंच जाएंगे मात्र 25-30 मिनट में। सोचिये, कितना रोमांचित पल होगा वोह। कुछ ही क्षणों में अगर आप आनंद में झूमते हुए पहुंच जाएं आकाश छूती पहाड़ की चोटियों पर, बर्फ से लदे गगनचुंबी पर्वतों पर, जो आज हम सबके लिए एक सलोने सपने से बढ़ कर और कुछ भी नहीं।

इस रोपवे के निर्माण से पर्यटन व्यवसाय को पलक झपकते ही पंख लग जाएंगे।

पालमपुर के लोगों के लिए रोजगार के अनगिनत अवसर पैदा हो जायेंगे और पालमपुर विश्व के मानचित्र पर धमाल मचाएगा।

राजेश सूर्यवंशी : यह परियोजना क्यों और कब से अधर में लटकी हुई है?

त्रिलोक कपूर :  प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के हस्तक्षेप के बाद भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने बहुप्रतीक्षित रोपवे परियोजना को मंजूरी दे दी थी, जो 1990 से लटकी हुई थी कांग्रेस सरकार के पालमपुर से भेदभाव के कारण। अगर कांग्रेस सरकार अपना निकम्मापन ज़ाहिर न करती तो भाजपा के इस प्रोजेक्ट के कार्यान्वित होने से आज पालमपुर की तस्वीर बदल चुकी होती।

राजेश सूर्यवंशी : पालमपुर को जिला बनाए जाने के बारे में आपके क्या विचार हैं?

त्रिलोक कपूर :  पालमपुर ज़िला बनना डिज़र्व करता है। मेरा यह पूरा प्रयास रहेगा कि पालमपुर को बहुत जल्दी जिला का दर्जा मिले।

 पालमपुर को जिला बनाने में कांग्रेस ने सबसे बड़ा रोड़ा अटकाया। यह मामला लंबे समय से लटका हुआ है। कांग्रेस सरकार ने पालमपुर के हितों की अनदेखी की। उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल द्वारा वर्ष 2011 में पहल किए जाने पर पालमपुर को जिले का दर्जा दिए जाने का विरोध करने के लिए कांग्रेस नेताओं की आलोचना की थी। लेकिन अब इस।मुद्दे को ईमानदारी से सुलझाने के लिए विशेष रणनीति बनाई जाएगी।

उन्होंने पालमपुर विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं से करबद्ध अपील की कि वे अपने और अपने बच्चों के स्वर्णिम भविष्य के लिए 12 नवम्बर को कमल का बटन दबाएं और भाजपा की सरकार बनाएं।

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