सरकार के कोरोना कर्फ्यू के विरोध मे उतरे व्यापारी ,नही बदला निर्णय तो दुकाने खोलकर बैठेंगे
व्यापारियों ने दिखाए विरोध के सुर
ऊना, (महेश गौतम) ऊना से लगभग 50 किलोमीटर दूर जिला हमीरपुर के उपमंडल बड़सर के सलौणी कस्बे के व्यापारी हिमाचल सरकार द्वारा 7 मई से 16 मई तक लगाए जा रहे कोरोना कर्फ्यू के विरोध मे व्यापारी लामबंद हो गये हैँ . सलौणी व्यापार मंडल ने एक लिखित शिकायत पत्र भी जिलाधीश हमीरपुर को भेजा है जिसमे सरकार के निर्णय पर आपत्ति जताई गयी है .व्यापारियों का कहना है कि सरकार ने कर्फ्यू के नाम पर मात्र औपचारिकता की है जबकि इस समय कड़े लॉकडाउन की आवश्यकता थी .सलौणी व्यापार मंडल के कार्यकारी प्रधान शेम्पू सोनी ,चन्दर भाटिया ,तिलक राज ,विनय कुमार ,जीवन धीमान ,राजेश शर्मा ,अशोक ठाकुर ,डैैैैनी जस्वाल ,रमेल सिंह ,विजय शर्मा ,पवन कुमार ,निक्कू ,धीरज शर्मा ,राकेश कुमार अनिल ,शशि ,सन्नी,रमेशराज,ज्योति ,अंजना , सुनीता ,वर्षा ,आदि ने कहा कि सरकार ने कर्फ्यू के नाम पर केवल कुछेक वर्ग के दुकानदारोंं पर ही बंदिशे लगाई हैँ जो कि सरासर गलत है .उन्होंने कहा कि करियाना वाले दुकानदार करियााना के साथ स्टेशनरी ,मनियारी व बर्तन कपड़े तक बेच रहे हैँ और दूध दही व ब्रेड की आड़ मे हलवाई व कन्फेक्शनरी वाले सब कुछ बेचते हैँ ,सरकार ने कर्फ्यू मे इन दुकानों को सुबह से शाम तक खुले रहने की छूट दे दी है तो फिर कर्फ्यू लगाने का औचित्य ही क्या है .व्यापारियों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने समय रहते इस कर्फ्यू मे बदलाव नही किया तो रेडीमेड ,मनियारी,हार्डवेयर ,इलेक्ट्रिकल ,कपड़ा ,ज्यूलर ,हेयर ड्रेसर व शूज के दुकानदार विरोध स्वरुप अपनी दुकाने खुली रखेंगे .उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से लड़ने के लिए वे लोग सरकार के साथ खडे हैँ लेकिन सरकार के बेतुके व भेदभावपूर्ण निर्णयोंं को कतई बर्दाश्त नही किया जायेगा .