मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू व उनकी पत्नी के विरुद्ध अभद्र भाषा का प्रयोग :ऐसी अलोकतांत्रिक भाषा का प्रयोग केवल भाजपा के लोग ही कर सकते हैं, बोले राजेश रॉकी व राजेंद्र अवस्थी पम्मी
हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं जिला कांगड़ा कांग्रेस कमेटी के महासचिव राजेश रॉकी एवं जिला कागड़ा सेवादल के पूर्व अध्यक्ष राजिन्द्र अवस्थी “पम्मी” ने जारी संयुक्त बयान में कांगड़ा ज़िला के जसवां परागपुर विधानसभा में कांग्रेस के मुख्यमन्त्री श्री सुखविंदर सिंह व उनकी पत्नी के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग करने पर आपत्ति जताई है।
रॉकी ने कहा कि एक पूर्व मन्त्री के सामने यह सब हुआ, क्या वह उन्हें रोक नहीं सकते थे।
उन्होंने कहा कि ऐसी अलोकतांत्रिक भाषा का प्रयोग केवल भाजपा के लोग ही कर सकते हैं। वैसे तो भाजपा अनुशासित पार्टी होने का दावा करती है दूसरी और एक चुने हुए मुख्यमन्त्री के विरुद्ध ऐसा घृणित कार्य करना कहां की समझदारी है।
वर्तमान परिस्थितियों में ऐसे लगता है कि भाजपा अपनी कांग्रेस के हाथों हुई करारी हार के सदमे से अभी निकल नही पाई है।
श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू मुख्यमन्त्री द्वारा भाजपा द्वारा स्थापित संस्थानों को बंद करना बिल्कुल सही है। क्योंकि जब भाजपा सरकार के पास न पैसा था न संसाधन थे, ऐसे में इन संस्थानों को खोलना केवल भाजपा की चोट की राजनिति थी।
उन्होंने कहा कि जब हिमाचल प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी थी और श्री जयराम ठाकुर मुख्य मन्त्री बने थे तो उन्होंने भी छः महीने तक कांग्रेस सरकार के स्थापित संस्थानों को बंद करने का निर्णय लिया था।
आज अगर कांग्रेस सरकार ने बिना मतलब के संस्थानों को बंद किया तो उनके पेट में क्यों दर्द हो रहा है।
राजेश रॉकी ने कहा कि वह श्री मुख्यमन्त्री सुखविंदर सिंह सुक्ख के फैसले से सहमत हैँ और उनके साथ मजबूत दीवार की तरह खडे है। वह भाजपा की गलत बयानबजी की घोर निन्दा करते हैं।