मुसीबत के वक्त अस्पतालों में आने वाले लोगों को इलाज के नाम पर लूटा जाना कहां की जनहित की नीति है : वरूण पुरी
भाजपा सरकार की स्वास्थ्य संबंधी लापरवाहियों पर जमकर बरसे महासचिव
मुसीबत के वक्त अस्पतालों में आने वाले लोगों को इलाज के नाम पर लूटा जाना कहां की जनहित की नीति है : वरूण पुरी
भाजपा सरकार की स्वास्थ्य संबंधी लापरवाहियों पर जमकर बरसे महासचिव
महेश गौतम : (डिस्ट्रिक्ट ब्यूरो चीफ)
ऊना
जिला कांग्रेस के महासचिव वरूण पुरी ने क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में मरीजों को पेश आ रही समस्या को लेकर भाजपा सरकार को आडो हाथों लिया है। खासकर गर्भवती महिला को लेकर अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधा न मिलने पर रोष जताया है।
मंगलवार को जारी ब्यान में वरूण पुरी ने कहा कि क्षेत्रीय अस्पताल में अल्ट्रासाऊंड की सुविधा न होने के कारण मरीजों को सबसे ज्यादा परेशानी पेश आ रही है।
हालत यह है दूर दराज से इलाज के लिए आने वाले मरीजों को सुविधा न मिलने पर निजी क्षेत्र का रूख करना पड़ता है, जिससे उनकी आर्थिकी पर बोझ पड़ता है। उन्होंने कहा कि पिछले करीब डेढ़ साल से क्षेत्रीय अस्पताल उना में अल्ट्रासाउंड मशीन धूल फांक रही है।
सरकार की तरफ से एक रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती न करने का खामियाजा लोगों को महंगे दामों पर निजी क्षेत्र में अल्ट्रासाउंड करवा कर भुगतना पड़ रहा है।
वरुण पुरी ने कहा कि सरकारी अस्पताल में करीब 250 रुपये तक होने वाला अल्ट्रासाउंड निजी क्षेत्र में 800 से लेकर 2000 रुपये तक किया जा रहा है। मुसीबत के वक्त अस्पतालों में आने वाले लोगों को इलाज के नाम पर लूटा जाना कहां की जनहित नीति है सरकार इस पर भी स्पष्टीकरण दे।
पुरी ने कहा कि पिछले करीब डेढ़ साल से कोविड-19 की परिस्थितियों में लोगो ने बुरे से बुरा वक्त देखा है, लेकिन जनता को सब्जबाग दिखाकर सत्ता में आई भाजपा सरकार इस बुरे वक्त को खत्म करने की बजाय लंबा खींचती जा रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार व उनके नेता बताएं कि आखिर डेढ़ वर्ष जाने के बाद भी अल्ट्रासाऊंड मशीन की सुविधा क्यों नहीं शुरू हो पाई। उन्होंने कहा कि इसके अलावा अस्पताल में चर्म रोग विशेषज्ञ से भी मरीज परेशान है।
हालत यह है कि चर्म रोग विशेषज्ञ ओपीडी में बैठती तक नहीं, जिससे मरीज दिनभर भटकते रहते हैं।