बौद्धिक संपदा अधिकारों पर हो जागरूकता कार्यक्रम: कुलपति नवीन कुमार
विश्व विद्यालय में बौद्धिक संपदा अधिकार – 2024” पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
पालमपुर,14 अगस्त। चौधरी सरवन कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर में बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) के विभिन्न मुद्दों के बारे में हितधारकों के बीच जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से “बौद्धिक संपदा अधिकार – 2024” पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कुलपति डाक्टर नवीन कुमार ने कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि वर्तमान परिदृश्य में बौद्धिक संपदा अधिकारों के महत्व पर प्रकाश डाला और प्रतिभागियों को बौद्धिक संपदा अधिकारों के क्षेत्र में विश्वविद्यालय की उपलब्धियों से अवगत कराया। उन्होंने वैज्ञानिकों को हितधारकों के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए समय-समय पर ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने के लिए प्रोत्साहित किया।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, बद्दी सोलन के कुलपति डाक्टर जे के शर्मा ने “कृषि में बौद्धिक संपदा अधिकार” पर व्याख्यान दिया। उन्होंने कृषि में बौद्धिक संपदा अधिकारों के महत्व के बारे में बताया, खासकर हिमाचल प्रदेश में, क्योंकि राज्य में कृषि-जैव विविधता बहुत समृद्ध है, जिसे फसल सुधार और हितधारकों के सामाजिक-आर्थिक उत्थान में सतत उपयोग के लिए संरक्षित करने की आवश्यकता है।
प्रधान वैज्ञानिक डाक्टर वेदना कुमारी ने बताया कि आईपीआर सेल , कृषि विश्वविद्यालय के आनुवंशिकी और पादप प्रजनन विभाग और हिमकोस्ट, शिमला द्वारा संयुक्त रूप से यह कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में संविधिक अधिकारियों, विभागाध्यक्षों, वैज्ञानिकों और छात्रों सहित लगभग 100 प्रतिभागियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई।