चमक उठा पालमपुर का सितारा-गोकुल प्यारा, जश्न में डूबा, पटाखों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा पालमपुर

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RAJESH SURYAVANSHI
Editor-in-Chief, HR MEDIA GROUP, Mob : 9418130904, 8988539600

 

माता श्रीमती रचिता व पिता श्री दिनेश बूटेल के लाडले गोकुल बुटेल ने अपनी अद्भुत विजय से पालमपुर का नाम रोशन कर दिया।

जैसे ही उन्हें मुख्यमंत्री श्री सुखविंदर सिंह सुखु के PRINCIPAL ADVISOR (IT & INNOVATION) के कैबिनेट रैंक से नवाज़ा गया, उनके शुभचिंतकों में खुशी की लहर दौड़ गई। सबने एक-दूसरे को ढेरों बधाईयां दीं।

इस समय बैंगलोर में बैठे उनके पूज्य माता-पिता की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उनके मोबाइल फोन बज उठे शुभकामना संदेशों से।

खुशी की यह लहर स्वाभाविक ही थी क्योंकि डायनामिक पर्सनालिटी के स्वामी श्री गोकुल बुटेल हैं ही इतने प्यारे और जन-जन के दुलारे जो पहले भी पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय राजा वीरभद्र सिंह के आईटी सलाहकार रह चुके हैं। राजा साहिब को ऐसे ही निष्कपट, मिलनसार, हँसमुख, ईमानदार और हरदिल अज़ीज़ साथी की ज़रूरत थी।

उनकी ईमानदारी का डंका तब बज उठा जब उन्होंने अपना मासिक वेतन 90000 रुपये ठुकरा कर राजा साहिब से आग्रह कर उसे जनकल्याण हेतु मुख्यमंत्री राहत कोष में डलवा दिया जिससे राजा वीरभद्र सिंह की नज़रों में गोकुल और उनके माता-पिता की इज़्ज़त और अधिक बढ़ गई। इससे उनका राजनीतिक कद भी बढ़ा।

जब तक वह सरकार में रहे उन्होंने अपना हर दायित्व बहुत ही ज़िम्मेदारी से निभाया और सबकी आंखों के तारे बन गए।

हालांकि सहयोगी स्वभाव व सदा मीठा बोल कर सबके कानों में मिश्री घोलने वाले गोकुल वास्तव में ही भगवान कृष्ण की प्रतिमूर्ति प्रतीत होते हैं अपने अनुकरणीय स्वभाव से। कभी किसी को ना नहीं बोलने वाले गोकुल सदा ज़रूरतमंदों की मदद करने हेतु तत्पर रहते हैं।

विदेशों की चकाचौन्ध से प्रभावित हुए बिना पालमपुर की पावन धरती को अपनी मां समझने वाले गोकुल ने सुखु कैबिनेट में सर्वप्रथम स्थान बना कर इतिहास रच दिया तभी तो खुशियों से खिल उठा सारा पालमपुर।

अपने राज दुलारे गोकुल की ताजपोशी की खुशी में झूमने वाले उनके शुभचिंतकों ने खूब जश्न मनाया और पटाखे फोड़े। 

फोन पर गोकुल बूटेल ने राजेश सूर्यवंशी के माध्यम से यही संदेश प्रदेश की जनता को दिया कि मनुष्य को सदा प्रयत्नशील रहना चाहिए। किसी भी परिस्थिति में हार नहीं माननी चाहिए। कभी किसी का बुरा न सोचते हुए भगवान श्री कृष्ण के दर्शाए मार्ग का अनुसरण करते हुए बिना किसी राग-द्वेष से सबका भला करना चाहिए।

गोकुल ने कहा कि न्याय सहना, न्याय करने से भी बड़ा गुनाह है अतः अत्याचार और अत्याचारी का हर हालत में मुकाबला करना चाहिए और अपने हकों को प्राप्त करने के लिए हर ईमानदार कोशिश करनी चाहिए।

उन्होंने युवकों और बच्चों को यह भी संदेश दिया है कि वे अपने पूज्य माता-पिता, गुरुजनों और बड़ों का दिल से आदर-सम्मान करते हुए, पूरी निष्ठा और ईमानदारी से देश-प्रदेश की प्रगति में अपना हर संभव योगदान दें और नशे से दूर रहें।

उल्लेखनीय है कि गोकुल बुटेल इतने ऊर्जावान नवयुवक हैं जो अपनी मेहनत और ईमानदारी के बल पर प्रदेश और प्रदेशवासियों के हाथों की लकीरों को बदलने में विश्वास रखते हैं।

अपने माता-पिता और पूर्वजों से मिले संस्कारों से सुसज्जित गोकुल अपनी मधुर वाणी और सौम्य व्यक्तिगत से सभी का मन मोह लेते हैं। यही उनकी सबसे बडी विशेषता है। 

विपरीत परिस्थितियों का डट कर मुकाबला करने वाले गोकुल का अतिशीघ्र उनकी जन्मभूमि पालमपुर में नागरिक अभिनन्दन कर खुशियाँ मबाई जाएंगी, ऐसा उनकी पूज्य माता श्रीमती रचिता बुटेल, पूज्य पिताश्री दिनेश बुटेल “बब्बू” उनके परम मित्र अंशुल नागपाल और सभी शुभचिंतकों ने कहा।

सर्वविदित है कि गोकुल बुटेल #dynamic personality हैं। अपनी डायनामिक सोच के बल पर ही इनफिनिटी जैसे प्रोजेक्ट वह क्षेत्रवासियों के लिए लेकर आए हैं तथा क्षेत्र व क्षेत्रवासियों की उन्नति में अपना सकारात्मक योगदान दे रहे हैं। वह बहुत मेहनतकश युवक हैं और प्रदेश की तरक्की में मील का पत्थर साबित होंगे।

इतनी बड़ी शख्सियत होने के बाबजूद घमण्ड उन्हेँ छू तक नहीं पाया है।

श्री राहुल गांधी ने उन्हें आल इंडिया कांग्रेस कमेटी के अंतर्गत जो भी ज़िम्मेदारी उन्हें सौंपी, इसे गोकुल ने प्राण पन से निभाया और हिमाचल में प्रचण्ड बहुमत से कांग्रेस सरकार बनाने का मार्ग प्रशस्त किया।

गोकुल ने अपनी ताजपोशी के लिए विशेषतया AICC अध्यक्ष श्री मल्लिकार्जुन खड़गे, श्रीमती सोनिया गांधी, श्री राहुल गांधी, श्रीमती प्रियंका वाड्रा, श्रीमती प्रतिभा सिंह, श्री सुखविंदर सुखू समेत सभी आदरणीयों जा धन्यवाद किया है।

मेरी परम पिता परमात्मा से यही दुआ है कि गोकुल सदा स्वस्थ रहें, उनकी दीर्घायु हो तथा अपने उच्च संस्कारों और परिश्रम के बल पर वह प्रदेश को तरक्की की राह पर ले जाएं।

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