डॉ. जयदेश राणा, SMO की हो रही जयजयकार, निजी अस्पताल ठाकुरद्वारा से रेफर्ड महिला की बचाई जान, परिवार वाले दे रहे दुआएं
धन्यवाद डॉक्टर जयदेश राणा, SMO, ठाकुरद्वारा में संस्था के अन्तर्गत चल रहे निजी अस्पताल में गड़बड़ाया केस…..
सीरियस महिला की जान बचाने हेतु डॉक्टर जयदेश की हो रही बल्ले-बल्ले, महिला अब खतरे से बाहर, हालात में आशातीत सुधार, मिल रही दुआएं।
12 अप्रैल की रात्रि को विद्या भूपेंद्र रोटरी हॉस्पिटल ठाकुरद्वारा में भवारना की एक महिला जिसकी हाल ही में डिलीवरी हुई थी और बाद में हालत बिगड़ने पर उसे पुनः इसी अस्पताल में लाया गया तो उसे अस्पताल में दाखिल करके बेहिसाब महंगे टेस्ट्स करके उसका ईलाज शुरू किया लेकिन डॉक्टरों को बीमारी समझ नहीं आ रही थी और बुखार 104 से नीचे नहीँ आ रहा था। भवारना की महिला कोमल की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही थी।
डॉक्टर्स ने उसे सिविल अस्पताल ले जाने की बात तक कह दी क्योंकि स्थिति डॉक्टर्स के हाथ से बाहर जा चुकी थी।
महिला का पूरा परिवार डर के मारे सहम चुका था। उन्हें कोई रास्ता नज़र नहीं आ रहा था।
ऐसे में डॉक्टर जयदेश राणा उसके लिए देवता बन कर आए। उन्हें फोन पर जब सूचित किया गया तो उन्होंने महिला को तत्काल हॉस्पिटल लाने हेतु कहा और सैंकड़ों लोगों की भीड़ के बावजूद महिला कोमल को इमरजेंसी में दाखिल करके उपचार शुरू कर दिया। इन्फेक्शन को ठीक करने की कार्यवाही चालू कर दी गई और उसे खतरे से बाहर निकालने में सफलता हासिल की। आज जब महिला से मिलने मीडिया की टीम गई तो महिला ने बताया कि वह डॉक्टर जयदेश राणा को ईश्वर का रूप मानती हैं। वह वास्तव में पूजनीय हैं।
उन्होंने कहा कि लोग बेवजह ही कुुुछ नवोदित प्राइवेट अस्पतालों के चक्कर काटते हैं और खूब पैसा लुटाते हैं। हाथ फिर भी कई बार कुछ नहीं लगता।
ऐसा ही इस परिवार के साथ भी हुआ। 50 हज़ार का चूना भी लगवाया और फिर भी काम सरकारी अस्पताल ही आया। जल्द ही कोमल पूर्णतया स्वस्थ होकर अपने घर सकुशल वापिस लौटेंगी।
अब जो भी हो, फिलहाल डॉ जयदेश और उनकी टीम की तो बल्ले-बल्ले हो ही गई। ईश्वर उन्हें दीर्घायु दें। उन्नति दें। उनका भला करें, यही दुआएं मिल रही हैं उन्हें।