डॉ. जयदेश राणा के रूप में साक्षात भगवान मिल गए दुःखी महिला को, ठाकुरद्वारा का चैरिटेबल कहा जाने वाला महिला अस्पताल तो ढीली करता रहा जेब, मासूम को 50 हज़ार का लगा दिया चुना फिर बोला सिविल हॉस्पिटल पालमपुर ले जाओ रोगी को नाज़ुक हालत में, केस हमारे बस से बाहर।

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*डॉ. जयदेश राणा, SMO की हो रही 2, निजी अस्पताल ठाकुरद्वारा से रेफर्ड महिला की बचाई जान, परिवार वाले दे रहे दुआएं*

डॉ. जयदेश राणा, SMO की हो रही जयजयकार, निजी अस्पताल ठाकुरद्वारा से रेफर्ड महिला की बचाई जान, परिवार वाले दे रहे दुआएं

 

उपरोक्त  प्रकाशित खबर के संदर्भ म डॉ लेखराज जी, खलेट का अमूल्य लेख….

बिल्कुल राजेश जी ! डाक्टर जयदेश राणा जी द्वारा ये कहीं से भी पहला रेफर्ड केस नहीं है और ये बेचारी महिला रोगी को, जिसको डाक्टर साहब जी द्वारा उचित निदान से एक नई जिंदगी मिली है इसने तो साक्षात डाक्टर के रूप में भगवान को देख लिया , डाक्टर जयदेश राणा जी के अब तक के सरकारी सेवा में ऐसे हजारों मरीज ठीक होकर नई जिंदगी जी रहे हैं, डाक्टर साहब जी का अपना एक अलग व्यक्तित्व है अपनी एक अलग पहचान है डाक्टर साहब जी को आप सुबह नौ बजे मिलो या रात दो बजे एक जैसी ही मुस्कान , एक जैसी ही मीठी मीठी जुवान और स्टीक निदान इन्ही गुणों की वजह से आज डाक्टर साहब जी का नाम जिला कांगड़ा में ही नहीं पूरे हिमाचल में एक कुशल डाक्टर के रूप में जाना जाता है , जहां तक बड़े बड़े निजी हॉस्पिटल्स की बात है वहां ये आम बात देखने में आती है कि उनकी किसी भी प्रकार कोशिश होती है कि मरीज की किसी भी प्रकार ज्यादा से ज्यादा जेब ढीली की जाए क्योंकि अपने खर्चों के हिसाब से इनके चार्जेज का एक मैनुअल बना होता है ऐसा नहीं है कि प्राइवेट हॉस्पिटल में कुशल डाक्टरज की कमी है या जो अपना हॉस्पिटल चला रहा है वो तजुर्बा नहीं रखता मगर एक बात है जितने में इनकी पर्ची बनती है उतने में सरकारी हॉस्पिटल में 75 % रोगों का इलाज हो जाता है, अन्त में मैं इतना ही कह सकता हूं कि अगर मरीज डाक्टर को भगवान समझता है तो डाक्टर भी मरीज को किसी फरिश्ते से कम न समझें , ऐसा कभी न सोचें कि ये किसी फसी के मजबूरी के हमारे पास आए हैं ये शरीर है तो बीमार तो डाक्टर भी होते हैं, लिखना उचित तो नहीं मगर मैंने भी प्राइवेट प्रैक्टिस के बाद ही सरकारी सर्विस ज्वाइन की थी और मैंने भी अपने 34 साल की अवधि में रात दिन एक जैसी सेवा दी है, अब बुढ़ापे में तो मैं ही डाक्टर जयदेश जी की सेवा लेता हूं , बस एक बात मैने नोट की कि बीमार को और डाक्टर को भगवान का आशीर्वाद जब होता है जिससे बीमार शीघ्रता से लाभ प्राप्त करता है, भगवान जी से मेरी प्रार्थना है कि डाक्टर राणा जी स्वस्थ रहें , मस्त रहें दीर्घायु हों लोग इनके तजुर्बे का लाभ उठाकर स्वस्थ रहें।

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