प्रधान सचिव जनजातीय विकास ओंकार शर्मा ने होम स्टे पंजीकरण के एकल खिड़की शिविर का उदयपुर मैं शुभारंभ किया
अटल-टनल रोहतांग के खुल जाने से लाहौल घाटी में पर्यटन की सम्भावनाए बहुत बढ़ गयी हैं
प्रधान सचिव जनजातीय विकास ओंकार शर्मा ने होम स्टे पंजीकरण के एकल खिड़की शिविर का उदयपुर मैं शुभारंभ किया
ओंकार शर्मा ने बताया कि लाहौल की संस्कृति बहुत प्राचीन है, जोबरंग का जोगणी उत्सव योर लगभग 300 साल पुराना है। स्नो फेस्टिवल मनाने का मुख्य उद्देश्य यही है कि विंटर टूरिज्म को बढ़ावा दिया जाए और घाटी की समृद्ध संस्कृति को भारत व विश्व मानचित्र पर लाये, इसी के तहत होमस्टे रजिस्ट्रेशन करवाकर लोगो को आर्थिक लाभ मिलेगा।
उन्होंने सतत पर्यटन, स्वच्छता व ठोस कचरे के उचित निष्पादन के लिए भी जागरूकता से कार्य करने पर बल दिया। उन्होंने बताया कि ‘स्नो फ़ेस्टिवल’ लाहौल के पर्यटन के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण पहल है।
शरदकालीन खेलों व सांस्कृतिक पर्यटन की अपार संभावनाओं का उचित दोहन करने के लिए लोगों होम-स्टे योजना पर विशेष ध्यान देना चाहिए, ताकि पर्यटन का संतुलित एवं सतत विकास निश्चित हो सके।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री व जनजातीय विकास मन्त्री रामलाल मार्कण्डेय जनजातीय विकास को लेकर विशेष रूप से प्रयत्नशील हैं। उन्होंने कूकुमसेरी में स्थित एकलव्य विद्यालय में जाकर व्यवस्था का निरीक्षण के यहाँ के हॉस्टल व शैक्षणिक परिसर का भी निरीक्षण किया।
उन्होंने केलांग में ज़िला अधिकारियों से जनजातीय उप योजना पर समीक्षा बैठक की भी अध्यक्षता की।इस अवसर पर एसडीएम उदयपुर राजकुमार, नायब तहसीलदार, सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।