पेंशन मुद्दे पर मोर्चा के निवेदन पर विधानसभा अध्यक्ष परमार जी ने मुख्यमंत्री को किया मोर्चा का पत्र प्रेषित कहा मुख्यमंत्री इस पर सुहानुभूति पूर्वक विचार करें -प्रवीण

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RAJESH SURYAVANSHI
Editor-in-Chief
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पेंशन बहाली सयुंक्त मोर्चा हिमाचल प्रदेश ने विधानसभा स्पीकर माननीय विपिन सिंह परमार जी ,जिन्होंने  एनपीएस कर्मियों की व्यथा समझते हुए मोर्चा के निवेदन पर पुरानी पेंशन की जायज मांग को माननीय मुख्यमंत्री जी को प्रेषित किया है जो कि भाजपा जन प्रतिनिधियों द्वारा की गई एक अच्छी पहल है क्योंकि सम्मान जनक पेंशन हर रिटायर कर्मी को मिलनी चाहिए । राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत को एनपीएस कर्मी भगवान तुल्य मान रहे हैं क्योंकि उन्होंने जन हित मे एक अतुलनीय योगदान देकर बताया है कि कर्मचारी प्रशासन का एक अहम हिस्सा है और अगर कर्मचारियों का भविष्य अंधकारमय है तो ऐसे कर्मचारी समाज में रोशनी की विकास रूपी किरणें नही बिखेर सकते हैं ।
मोर्चा अध्यक्ष प्रवीण शर्मा , राज्य प्रवक्ता रविन्द्र शर्मा मल्लू , राज्य उपाध्यक्ष पवना राणा , राज्य महिला विंग अध्यक्ष रीतू शर्मा , महासचिव उपासना वालिया , जिला कांगड़ा महासचिव विजेन्दर सिंह , वित्त सचिव अनूप वालिया व अन्य ने विधानसभा स्पीकर का धन्यवाद करते हुए कहा कि इसी बजट सत्र में सरकार रिटायर एनपीएस कर्मियों को राहत प्रदान कर पेंशन का हक प्रदान करें । मोर्चा चाहता है कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री को एनपीएस कर्मी पेंशन देवता के नाम से जाने और मुख्यमंत्री जी का नाम ,पेंशन बहाली के लिए इतिहास के पन्नों में दर्ज हो ।

मोर्चा ने कहा कि उनकी रणनीति के तहत अभी भी 31 मार्च तक काले बिल्ले लगाकर सरकार से पेंशन बहाल करने के लिए आग्रह जारी रहेंगे ।

अगर अन्यों राज्यों की तर्ज पर एनपीएस प्रथा बन्द नही हुई तो 31 मार्च के बाद कभी भी अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी जाएगी जिसके लिए प्रशासन को 10 दिन पहले अवगत करवा दिया जाएगा ।

मोर्चा अध्यक्ष प्रवीण शर्मा ने कहा कि हम बार बार यही कह रहे हैं कि हम किसी प्रकार से प्रदेश के विकास में पेंशन मुद्दे पर पर बाधा नही बनना चाहते परन्तु सरकार भी हमारे एनपीएस कर्मियों की पीड़ा समझे और एनपीएस को खत्म करे ।
28वें दिन भी मोर्चा के बैनर तले काले विल्ले लगाकर एनपीएस कर्मियों ने एनपीएस प्रथा पर रोष प्रकट किया ।

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