आम आदमी पार्टी के पूर्व युवा प्रदेश अध्यक्ष विशाल राणा ने लगाई अरविंद केजरीवाल की बात पर मुहर, सरकारी स्कूलों में शिक्षा का हुआ बेड़ा गर्क, सुलाह में एक अध्यापक पढ़ा रहा पांच कक्षाओं को
आम आदमी पार्टी हिमाचल प्रदेश के पूर्व युवा प्रदेश अध्यक्ष विशाल राणा ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश में शिक्षा सुविधाएं दम तोड़ती नजर आ रही है ।
इसका सहज अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष श्री रतन सिंह परमार के ही क्षेत्र में डेपुटेशन पर नियुक्त मात्र एक अध्यापक 5 कक्षाओं को पढ़ा रहा है ।
आम आदमी पार्टी हिमाचल प्रदेश के पूर्व युवा प्रदेश अध्यक्ष विशाल राणा ने इंडिया रिपोर्टर टुडे को बताया की सुलाह विधानसभा के गरला देवी प्राइमरी स्कूल की हालत अत्यंत चिंताजनक दौर से गुजर रही है।
उन्होंने कहा कि बहुत दुख और आश्चर्य की बात है कि पिछले लंबे समय से यहां कोई भी परमानेंट टीचर नियुक्त नहीं किया गया है ।मात्र एक टीचर यहां डेपुटेशन पर है जो पांच कक्षाओं को पढ़ाता है।
पहले यहां जो टीचर तैनात था वह सी एच टी के पद पर पदोन्नत होकर अन्यत्र अपनी सेवाएं दे रहा है । तभी से यहां कोई भी नियमित अध्यापक सरकार द्वारा तैनात नहीं किया जा सका है जिससे लोगों में भारी रोष है ।
विशाल राणा ने कहा कि एक तरफ तो सरकार शिक्षा सुविधाओं के ढांचे को प्रदेश में सुदृढ़ करने की बात करती है और दूसरी ओर हालात कुछ और ही नजर आते हैं।
उन्होंने कहा कि इससे दिल्ली के मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल की बात को बल मिलता है जिन्होंने हाल ही में कांगड़ा की चंबी रैली में सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा था कि हिमाचल प्रदेश में शिक्षा का बेड़ा गर्क हो चुका है ।
सरकारी स्कूलों की हालत अत्यंत खस्ता स्थिति में है । राणा ने कहा कि जब स्कूल में अध्यापक ही नहीं होंगे तो बच्चों को पढ़ायेगा कौन ?
क्या एक डेपुटेशन पर आया अध्यापक पांच कक्षाओं के साथ न्याय कर सकता है।
इस बारे में खंड शिक्षा अधिकारी सुभाष चंद्र से जब बात की गई तो उन्होंने माना कि स्कूल में कोई भी नियमित अध्यापक नहीं है।
मात्र एक डेपुटेशन पर आए टीचर के सहारे स्कूल को मजबूरी में चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वह लंबे समय से स्कूल में अध्यापक तैनात करवाने का प्रयास कर रहे है लेकिन सरकार अध्यापक तैनात नहीं कर पाई है । उन्होंने इस बारे में शिक्षा निदेशालय शिमला को भी इस से अवगत करवाया है लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है ।
उल्लेखनीय है कि पहले इस विद्यालय में विद्यार्थियों की संख्या काफी अधिक थी लेकिन शिक्षा विभाग की लापरवाही वह अनदेखी के कारण बहुत से माता-पिता ने अपने बच्चों को स्कूल से निकलवा लिया है।
अब मात्र 35 बच्चे ही पूरे स्कूल में रह गए हैं और वे भी किसी भी समय स्कूल छोड़कर जा सकते हैं।
इतना ही नहीं सुलाह विधानसभा क्षेत्र में और भी कई ऐसे स्कूल है जहां विद्यार्थियों की संख्या नगण्य रह गई है जिसका मुख्य कारण शिक्षा विभाग की लगातार अनदेखी है।
एक तरह से देखा जाए तो हिमाचल प्रदेश के बहुत से स्कूल मात्र सफेद हाथी बन कर रह गए हैं।
गौरतलब है कि सुलाह विधानसभा क्षेत्र वर्तमान विधानसभा स्पीकर व पूर्व स्वास्थ्य मंत्री श्री विपिन सिंह परमार का क्षेत्र है अगर इसी क्षेत्र का यह हाल होगा तो अन्य क्षेत्रों का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है।
विशाल राणा ने इस बाबत श्री विपिन सिंह परमार व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से जवाब मांगा है तथा स्थिति स्पष्ट करने को कहा है जो अपने भाषणों में बार-बार हिमाचल प्रदेश में शिक्षा के स्तर को सुदृढ़ करने की बात करते हैं।