NSUI का 14 वर्ष की उम्र में दामन थामने वाले ठाकुर सुखविंदर सुक्खू द्वारा सौंपी गई ज़िम्मेदारी को प्राणपन से निभाने वाले हिमाचल की राजनीति के दिग्गज रहे हैं विशाल राणा… एक ऐसा नाम जो INDIAN YOUTH CONGRESS का दूसरा नाम बन चुका था, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को सहेजने होंगे ऐसे अनमोल हीरे जो ईमानदारी और सूझबूझ से पुनः फूंकना चाहते हैं संगठन में नई जान
हिमाचल की राजनीति में विशाल राणा एक ऐसा नाम जो INDIAN YOUTH CONGRESS का दूसरा नाम बन चुका था …
जैसे ही इस संघर्षमयी नेता का नाम सामने आता है तो एक मजबूत यूथ कांग्रेस संगठन का स्मरण हो उठता है।
घर, परिवार गांव, रिश्तेदार सभी भारतीय जनता पार्टी के समर्थकों के बीच एक 14 वर्षीय युवा अपनी समझ से कांग्रेस की नीतियों से प्रभावित हो NSUI जॉइन कर लेता है । जबकि सभी नजदीकियों के हर वक्त भारी विरोध के बीच कांग्रेस को समर्पित हो जाता है। अपनो से ही कभी मुसलमान तो कभी पाकिस्तानी होने के जुमले सुनने को मिले। लेकिन हर तरह के जुमलों या बेइज्जती से बेपरवाह उस युवा ने कांग्रेस को अपना संघर्ष बना लिया।
धीरे-धीरे असेंबली, ज़िला फिर प्रदेश के कांग्रेस के लोगों से घुलता मिलता गया।
NSUI ज़िला व प्रदेश स्तर पर खूव कार्य किया। तदोपरांत युवा नेता विशाल राणा को माननीय सुखविंदर सुक्खू जी ने युवा कांग्रेस जिला महामंत्री के पद का कार्यभार सौंपा।
बड़ी मेहनत और जिम्मेदारी से ज़िला युवा कांग्रेस को बहुत जल्दी मजबूती की बुलंदियों तक पहुंचाया।
इस तेज-तर्रार युवा नेता को प्रदेश युवा कांग्रेस के महासचिव फिर उपाध्यक्ष के तौर पर जिम्मेदारी सौंपी गई, उस समय के प्रदेश युवा अध्यक्ष श्री सुक्खू जी के द्वारा जिसे विशाल राणा जी ने बड़ी ईमानदारी व मेहनत से निभाया।
हमेशा कठिन कार्य स्वीकार करने वाले विशाल राणा ने राष्ट्रीय संगत के कई प्रोग्रामों का संचालन किया। परमाणु प्रचार-प्रसार अभियान
राहुल गांधी समाज सौहार्द सप्ताह जैसे प्रोग्राम बना बना कर संचालित किए गए जिनका बहुत ही अच्छा सन्देश समाज में गया और निचले तबके के लोग पार्टी के साथ भरोसे के साथ जुड़ते गए ।
पोलिंग बूथों पर भाजपा की गुंडागर्दी रोकने के लिए वालंटियर्स की टास्क फोर्स बना कर जाली वोटिंग जैसे हथकंडे अपनाने वाली भाजपा को नाकों चने चबाए।
बहुत जल्द विशाल राणा प्रदेश की राजजीति से राष्ट्रीय राजनीति में आ गए जब उन्हें भारतीय युवा कांग्रेस में चुनाब प्रभारी जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिली।
मुम्बई, चंडीगढ़, पंजाब, राजस्थान , वेस्ट यूपी में बहुत ही कुशलतापूर्वक युवा कांग्रेस के चुनाव सम्पन करवाये। कुछ सेंसेटिव एरिया में विशाल राणा को खास कर जिम्मेदारी दी गईं जिसे उन्होंने पूरा किया।
भारतीय युवा कांग्रेस के इस चुनाबी सिस्टम से आम युवाओं को सक्रिय राजनीति में आने का मौका मिला।
इस चुनाव सिस्टम से निकले कई युवा नेता विधायक व सांसद बने।
भारतीय युवा कांग्रेस में युवा कांग्रेस चुनाव प्रभारी के साथ साथ विशाल राणा को भारतीय युवा इंटक में भी माननीय G Sanjeev Reddy ji के नेतृत्व में राष्ट्रीय सचिव की जिम्मेदारी मिली , मुम्बई ,पंजाब और चंडीगढ़ का प्रभार मिला।
बतौर विशाल राणा, “रेड्डी साहब के गजब और करिश्माई नेतृत्व में इंटक में काम करना समाज सेवा की तरह है । गरीब मजदूरों के हितों की लड़ाई व रक्षा करने में बहुत सन्तुष्टि मिली”.
प्रदेश के साथ–साथ विशाल राणा की राष्ट्रीय स्तर पर खूब पहचान बनी। कई राष्ट्रीय स्तर के नेताओं के साथ मधुर सम्वन्ध विशाल राणा के हैं।
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह जी के साथ अच्छा तालमेल होने के चलते क्षेत्र में जनहित व विकास के बहुत कार्य हुए।
मुख्यमंन्त्री सुखविंदर सुक्खू जी , मुकेश अग्निहोत्री जी व कई मौजूदा मंत्रियों के साथ मधुर संबंधों के चलते अपने क्षेत्र के लोगों के कार्य करवाने में विशाल राणा हमेशा सक्रिय हैं। किसी भी गुटबाज़ी से दूर सभी नेताओं से विशाल राणा के मधुर सम्वन्ध रहे हैं।
इस नेता का जो समस्त कुनवा, गांव और रिश्तेदार कभी दूसरे दल के समर्थक हुआ करते थे आज सभी एक से बढ़ कर विशाल राणा के साथ कंधे से कंधा मिला कर कांग्रेस पार्टी के कट्टर समर्थक हैं।
दिन रात संगठन के लिये संघर्ष करने वाले विशाल राणा ने कभी भी अपने लिए संगठन व सरकार में कोई पद नहीं मांगा। जो भी जिम्मेदारी मिली उसे बड़ी जिम्मेदारी और मेहनत से निभाया। यही कारण है कि हर नेता विशाल राणा के करीबी हैं और उनके किसी भी काम को चाहे वो विकास का हो या जनहित का प्राथमिकता के तौर पर किया जाता है । प्रदेश के बाहर भी विशाल राणा हिमाचल व हिमाचलियों के लिए हमेशा प्रयासरत हैं। चंडीगढ़ और मोहाली में हिमाचल महासभा में पैटर्न के तौर पर नियुक्त विशाल राणा PGI में इलाज करवाने में हिमाचलियों को बहुत सहयोग करते हैं ताकि भूलभुलैया की तरह PGI में लोगों को कोई असुविधा न हो।
शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े विशाल राणा चंडीगढ़ में हिमाचल के लोगों की उनके बच्चों के लिए बेहतर शिक्षा विकल्पों पर भी सहयोग करते हैं। देखा जाए तो मौजूद समय में चंडीगढ़ हिमाचल की एजुकेशनल, हेल्थ, employ राजधानी की तरह ही हिमाचलियों के हितों व हर तरह की जरूरतों और सपनों को साकार कर रहा है। इसीलिए यहां हिमाचल से लाखों लोग आ कर अपना आश्रय बना लेना महफूज़ समझते है। ऐसे में कांग्रेस नेता विशाल राणा हिमाचल के साथ साथ चंडीगढ़ व पंजाब में भी हिमाचलियों के लिए समाज सेवा में पीछे नहीं हैं।
विशाल राणा का ये संघर्ष निरन्तर चल रहा है इसमें किसी तरह की कमी नहीं आयी है। भगवान जरूर और बहुत जल्द उनकी इस निस्वार्थ मेहनत का फल देगा। जब तक ऐसे जुझारू कार्यकर्ता माननीय राहुल गांधी के साथ जमीनी स्तर पर होंगे कांग्रेस को कोई झुक नहीं पायेगा।
बतौर विशाल राणा *राहुल गांधी अकेला भारत बचाने के लिए संघर्ष कर रहा है उनके इस संघर्ष में सिपाही मैं भी हूँ*
सुक्खू सरकार पर मौजूद संकट पर विशाल राणा का कहना है कि हमे अपने लिए नहीं प्रदेश के लिए MLA और मंत्री बनाया जाता है।
जिस संगठन ने उन्हें ये जिम्मेदारी दी होती है उसके साथ गद्दारी अपने स्वार्थ के लिए ठीक नहीं।
जब भी कोई किसी भी दल से चुना हुआ विधायक , सांसद या पार्षद दूसरे दल में जाता है तो उसका चयन अपने आप रद्द हो जाने का प्रावधान हो कानून वयवस्था में।
या
दल बदलने से पहले सरकार के नुमाइंदे होने की जिम्मेदारी से मुक्त होकर ही कोई व्यक्तिगत निर्णय लेने की स्वतंत्रता हो।
किसी भी संवैधानिक पद पर रहते जनता व प्रदेश या देश के साथ व्यक्तिगत हितों या लालच के लिए किसी को भी भारतीय चुनाबी आयोग के चुनाबी तंत्र के साथ छल करने की इजाज़त कानून की तरफ से नहीं होनी चाहिए।
किसी भी सरकार गिराने की साजिश को लोकतंत्र की हत्या के साथ साथ राज द्रोह जैसे चार्ज लगने चाहिए । राज्य या केंद्रीय सरकार गिराने से लोकतंत्र की हत्या तो होगी ही साथ ही राष्ट्र विकास का नुकसान होगा व चुनाब जीतने के लिए राष्ट्र की संवैधानिक एजेंसिया ( चुनाब आयोग, कर्मचारी, सुरक्षा एजेंसियां, ट्रांसपोर्ट इत्यादि (सरकार का गठन करने के लिए प्रयोग आने वाले तमाम सिस्टम) जिसकी मदद से पार्षद, MLA, LS-MP, RS-MP या मंत्री बनता है । इस सारे घटनाक्रम को राष्ट्र निर्माण में बाधा मान कर राज द्रोह लगना चाहिए।
सुक्खू जी बहुत ही कुशलतापूर्वक अपना काम कर रहे हैं।
उन्होंने लगभग गारंटियों को पूरा कर दिया है सरकार बनने के एक डेढ़ वर्ष के अंदर ही। चाहे कर्मचारियों को पुरानी पेंशन हो या महिलाओं को 1500/- महीना। हर तबके को सुक्खू जी ने समाज में सम्मानजनक जिंदगी जीने की बजह दी है है। PGI में Himcare जैसी स्कीम को आयुष्मान की तरह ही स्वीकार किया जाएगा। ये सुक्खू सरकार की हिमाचलियों के स्वास्थ्य की सुरक्षा की गारंटी के प्रति प्रतिवद्दता व कठोर संकल्प का ही नतीजा है।
*मुख्यमंत्री श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू जी के कट्टर समर्थ विशाल राणा उनके द्वारा किये जाने वाले सरकार के या संगठन के हरनिर्णयों का कट्टर समर्थ करते हैं क्योंकि उनको पता है सुक्खू जी का हर निर्णय जनहित और संगठन हिट के लिए ही होता है।
सुक्खू जी की युवा कांग्रेस में अध्यक्षता में कई वर्षों तक विभिन्न जिम्मेदारियां कुशलता से निभा चुके विशाल राणा जमीन से जुड़े आम परिवार से ताल्लुक रखते हैं । प्रदेश के जिला ऊना में कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र 25-30 वर्षों तक पार्टी के ही टिकटार्थियों द्वारा भितरघात जैसी घिनौनी राजनीति का शिकार रहा है। मुद्दतों वाद इस विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस MLA बना था बो भी बागी हो गया।
इन पर विशाल राणा ने साफ कहा कि जमीनी कार्यकर्ताओं ने अपनी मेहनत में कोई कमी नहीं कि पार्टी को मां समझ कर हर कार्यकर्ता ने जी तोड़ मेहनत की प्रत्याशी को जितवाने के लिए ..भविष्य में पार्टी को देखना है कि किस तरह से पार्टी अपनी intellience प्रयोग करती है। हर क्षेत्र में हर वार भगन्तु लोग दलालों के जरिये प्रभारियों को बहुत खुश रखने में कामयाब हो जाते हैं। भविष्य में कैसे करना है ये तो हाइकमान को देखना है।