आज विश्व एड्स दिवस खंड चिकित्सा अधिकारी भवारना डॉ दिलावर सिंह दियोल जी की अध्यक्षता में राजकीय वरिष्ठ
माध्यमिक पाठशाला गागल में मनाया गया इस दिवस में जानकारी देते हुए खंड चिकित्सा अधिकारी भवारना ने बताया कि जानलेवा बीमारी एड्स के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए हर वर्ष 1दिसमबर को विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है और इस दिन उन लोगों को भी याद किया जाता है जिन्होंने इस बीमारी की वजह से अपनी जान गंवाई है।
विश्व एड्स दिवस की शुरुआत साल 1988 में हुई थी और तब से लेकर अभी तक एड्स आज भी लोगों के लिए एक लाइलाज बीमारी बनीं हुई है आज भी एड्स का सिर्फ एक ही इलाज है बचाव और जागरूकता। जानकारी के द्वारा इस बीमारी से बचा जा सकता है।
इस मौके पर स्वास्थ्य शिक्षक बीरबल वर्मा ने बताया कि इस बीमारी के फैलने के चार कारण है । संक्रमित मां से बच्चे में, असुरक्षित यौन संबंध बनाने से, संक्रमित ख़ून चढ़ाने से व संक्रमित नीडल सीरीज से, अतः हम गर्भ धारण करने से पहले मां एचआईवी का टैस्ट जांच करवाये फिर गर्भ धारण करें, संयम रखें व जीवन साथी के प्रति वफादार रहें, ख़ून जांचा परखा ही ब्लड बैंक से लेकर चढाये, नई सुई सीरीज का इस्तेमाल करें।
इस साल एड्स दिवस का विषय रखा है असमानता का अन्त, एड्स का अन्त। एड्स को लेकर असमानता की भावना देखने को मिलती हैं ऐसे में जरूरी है कि एड्स के मरीजों से एड्स की भावना को खत्म किया जाये। एड्स छुने से,हाथ मिलाने से,गले लगाने से, मच्छर के कटने से,साथ रहने उठने बैठने से,एक दुसरे के कपड़े पहनने से, एचआईवी पॉजिटिव की देखभाल करने से नहीं फैलती हैं और जागरूकता,साहस, बेहतर ख़ान पान और दवाईयों के सहारे एचआईवी पीड़ित लम्बा वह बेहतर जीवन जी रहे हैं।
इस मौके पर प्रधानाचार्य श्री अजय कुमार व लैक्चरार श्री सतपाल जी ने भी इस विषय पर अपने विचार रखे। लगभग 60 से ज्यादा बच्चों ने वह स्कूल के समस्त स्टाफ ने भाग लिया।