‘जादू की झप्पी’ द्वारा एचआईवी/एड्स से जुड़े पूर्वाग्रहों को किया ध्वस्त, विश्व एड्स दिवस अभियान कार्यशाला ‘वन मंथ एक्शन प्लान’ पर मंथन

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जादू की झप्पी’ द्वारा एचआईवी/एड्स से जुड़े पूर्वाग्रहों को किया ध्वस्त,

विश्व एड्स दिवस अभियान कार्यशाला ‘वन मंथ एक्शन प्लान’ पर मंथन

धर्मशाला
Rajesh Suryavanshi, Editor-In-Chief, 9418130904
INDIA REPORTER TODAY (IRT)
एचआईवी और एड्स के बारे में आम जनमानस विशेषकर युवा वर्ग को जागरूक करना तथा इससे संक्रमित लोगों से अपनत्व का व्यवहार करते हुए उन्हें संबल प्रदान करने की जिम्मेदारी समाज को अपने कंधों पर लेने की आवश्यकता है।

विश्व एड्स दिवस के उपलक्ष्य पर आज शुक्रवार को उपायुक्त कार्यालय में आयोजित एड्स संबंधित विषयों की जिला स्तरीय बैठक एवं कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी रोहित राठौर ने यह बात कही।

इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी कांगड़ा डॉ. सुशील शर्मा सहिज विभिन्न हितधारक उपस्थि रहे।
एडीएम ने कहा कि एड्स की रोकथाम और इससे जुड़े पूर्वाग्रहों को विराम देने की जिम्मेदारी केवल सरकार या प्रशासन की ही नहीं है।
समाज के प्रत्येक वर्ग को इसके लिए गंभीरता से काम करने की आवश्यकता है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी कांगड़ा डॉ सुशील शर्मा ने बताया कि जिला कांगड़ा में 10 आईसीटीसी केंद्र लोगों को सेवाएं दे रहे हैं l
उन्होंने बताया कि जिला कांगड़ा में एचआईवी के साथ जी रहे लोगों की संख्या 1499 है, इस रोग के साथ जी रहे लोगों को मुफ्त दवाइयां दी जा रही है।

आर्थिक सहायता के ₹1500 प्रति महीना दिया जाता है l
सामाजिक विकास प्रोफेशनल श्री विजय कुमार ने बताया आजकल नशे की प्रवृत्ति जो समाज में बहुत अधिक बढ़ रही है जिस कारण इस रोग के लोगों की संख्या बढ़ रही हैl
हम सबको यह जिम्मेदारी उठानी पड़ेगी की बच्चों के साथ एक ऐसा माहौल बनाएं कि उनसे योनोवृत्ति के मुद्दों पर अनुकूल माहौल बनाकर खुली चर्चा करें ताकि उनको इसके बारे में सही जानकारी प्राप्त होl
उन्होंने भी बताया कि युवा पीढी में नशे की प्रवृत्ति बढ़ रही है जिस कारण इस रोग में वड़ोतरी हुई है।
युवाओं के साथ लाइफ स्किल को लेकर प्रयास किये जा रहे है दोस्तों के साथ गलत चीज को ना कैसे कहना है अच्छे दोस्त कैसे चुने हैं l

बना ‘वन मंथ एक्शन प्लान’

जिला कांगड़ा, के एड्स कार्यक्रम अधिकारी काँगडा ,डॉ. राजेश कुमार सूद ने चर्चा में बताया कि इस वर्ष की एड्स डे की थीम लट कम्युनिटीज लीड हैं विश्व एड्स दिवस की थीम ‘समुदायों को नेतृत्व करने के लिए प्रेरित करती है । दशकों से एड्स को हमेशा के लिए समाप्त करदशकों से एड्स को हमेशा के लिए समाप्त करने की दिशा में काम करने में समुदायों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है – व्यापक रोकथाम, उपचार और देखभाल सेवाओं तक पहुँच की वकालत से लेकर कलंक और भेदभाव से लड़ने तक एक लंबा सफर तय किया गया हैl समाज के हर वर्ग को कलंक और भेदभाव से मिटाने के लिए आगे आना चाहिएl उन्होंने सभी प्रतिभागियों को आज के कार्यक्रम में प्रस्तुति देने के लिए धन्यवाद किया और उनसे अनुरोध किया कि इस जन जागरण अभियान में अपना सहयोग देंl उन्होंने बताया कि एड्स के प्रति युवाओं और समाज के विभिन्न वर्गों को जागरूक करने के उद्देश्य से प्रशासन द्वारा दिसम्बर माह में जिला भर में अनेक कार्यक्रमों और गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इन गतिविधियों के संचालन के लिए विभिन्न विभागों के लिए वन मंथ एक्शन प्लान बनाया गया है। उन्होंने बताया कि इस दौरान शिक्षा विभाग द्वारा रेड रिबन क्लब के माध्यम से शिक्षण संस्थाओं में विभिन्न गतिविधियों और प्रतियोगिताओं का आयोजन करवाया जाएगा। वहीं बीएसएनएल, आईटी, कृषि, उद्यान, एनएचएआई, पर्यटन, महिला एवं बाल विकास, हथकरघा, कौशल विकास निगम, शहरी विकास, सहकारिता, ग्रामीण विकास, उद्योग, श्रम, विद्युत, पुलिस, परिवहन, युवा सेवाएं एवं खेल, एचआरटीसी, पंचायती राज विभाग और सभी बैंकों सहित एनसीसी, एनएसएस और गैर सरकारी संगठनों द्वारा कार्यक्रम निर्धारित किए गए हैं।

स्थिति विस्फोटक होने से पहले संभलना होगा

रोहित राठौर ने कहा कि एड्स के प्रति सजग होकर लड़ने आवश्यकता तो आज है ही लेकिन ड्रग्स के माध्यम से एड्स के संक्रमण की स्थिति के विस्फोटक होने से पहले संभलना जरूरी है। उन्होंने बताया कि जिला कांगड़ा के नूरपुर और साथ लगते क्षेत्रों में कुछ मामले सामने आए हैं, जहां ड्रग्स का सेवन करने वाले एड्स से संक्रमित पाए गए। उन्होंने बताया कि जांच से पता चला कि ड्रग्स के आदि हो चुके लोग ड्रग्स का सेवन करने के लिए एक ही सिरिंज का उपयोग कर रहे हैं, जिससे उनमें और उनके पार्टनरस् में एड्स का संक्रमण हो रहा है।


एडीएम ने कहा कि प्रशासन और पुलिस मुस्तैदी से कार्य कर रहे हैं। लेकिन यदि समाज और पीड़ितों के परिवार सही समय में ऐसे मामलों को पकड़वाने और अपनी सजग भूमिका निभाने से चूके तो स्थिति भयावह हो जाएगी।

उन्होंने लोगों से एड्स और ड्रग्स के खिलाफ चल रही इस लड़ाई में अपना कीमती योगदान देने का आह्वान किया।

युवाओं और बच्चों के विषयों को करें सही से एड्रेस

अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी ने कहा कि इस विषय को संभालने और रोकने के लिए स्कूलों और परिवारों का रोल बहुत अहम है। उन्होंने कहा कि कि शिक्षकों और अभिभावकों को बच्चों से संवाद कर उनसे जुड़े हर विषय को एड्रेस करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि एड्स, उसके कारण और उससे जुड़े विषयों पर यदि हम बच्चों से बात नहीं करेंगे, तो उनके साथी करेंगे, जिससे उन्हें गलत जानकारियां मिलेंगी और वे अपना हित-अहित सोचने की स्थिति में नहीं रहेंगे।


उन्होंने कहा कि बाल और युवावस्था में भावनाएं ज्यादा प्रबल होती है, इसलिए बच्चों के मानसिक और भावनात्मक पक्ष को समझें और उनसे इस पर खुलकर चर्चा करें। बच्चें सही निर्णय तभी ले पाएंगे यदि हम उन्हें सही जानकारी देंगे और उनकी शंकाओं को दूर करेंगे।

संक्रमितों को अपनाना सीखें: एड्स चैंपियन

एचआईवी के साथ जी रहे लोगों के नेटवर्क के जिला प्रधान व् कम्युनिटी चैंपियन श्रीमती श्रेष्टा देवी उपस्थित सभी प्रतिनिधियों की समक्ष अपना जिंदगी का अनुभव सांझा कियाl
बीमारी होने के बाद स्वस्थ जीवन जीने वाली एक एड्स चैंपियन ने लोगों से आह्वान किया कि समाज संक्रमितों को अपनाना सीखे। उन्होंने अपना उदाहरण देते हुए बताया कि जब उन्हें संक्रमण की पुष्टि हुई थी, तब कई लोगों ने उन्हें दूर किया तो कईयों ने अपनाया भी। उन्होंने कहा कि उसी अपनेपन और चिकित्सक उपचार से आज वे एक स्वस्थ जीवन जी रही हैं। उन्होंने कहा कि एड्स से संक्रमित लोग किसी प्रकार की हीन भावना अपने भीतर न आने दें और अपना मनोबल सदैव ऊंचा रखें। उन्होंने समाज से एड्स संक्रमित लोगों से आदर और स्नेह पूर्वक व्यवहार करने की बात कही।

कम्युनिटी चैंपियन को दी ‘जादू की झप्पी’

एडीएम ने इस दौरान कम्युनिटी चैंपियनस् को सम्मानित करते हुए, उनके हौंसले और जज्बे से प्रेरणा लेने की बात कही। इस अवसर पर डॉ तरुण सूद ने श्रीमती श्रेष्ठा देवी को जादू की झप्पी डाली और देकर सभी पूर्वाग्रहों को ध्वस्त किया। यह संदेश दिया की हम इस रोग से ग्रसित किसी भी व्यक्ति के साथ एक आम व्यक्ति की तरह मिलजुल सकते हैं क्योंकि यह रोग हाथ मिलाने से,छूने से और साथ खाना खाने से नहीं फैलता l क्योंकि समाज में अभी भी लोगों के अंदर इस रोग के प्रति भ्रांतियां हैं हम सब का मुख्य उद्देश्य इन भ्रांतियां को समाज से खत्म करना हैl वहीं उपस्थित विभिन्न अधिकारियों ने एड्स चैंपियन को ‘जादू की झप्पी’ इस दौरान सभी हितधारकों ने विषय से संबंधित अपने सुझाव देते हुए, इस दिशा में गंभीरता से कार्य करने की बात कही।

यह रहे उपस्थित

इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी धर्मशाला, जेल अधीक्षक, धर्मशाला, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी धर्मशाला हस्पताल, बीएसएनएल धर्मशाला, लोक निर्माण विभाग धर्मशाला, आईपीएच धर्मशाला, एचपीएसईबी धर्मशाला, निदेशक, तकनीकी शिक्षा धर्मशाला, सचिव, हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला, जिला आयुर्वेद अधिकारी, कमांडेंट होम गार्ड, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी, डीआरडीए धर्मशाला, उप निदेशक, कृषि, उप निदेशक, पर्यटन, जिला खेल अधिकारी, जिला समन्वयक, एनवाई आईसीडीएस, निदेशक प्रारंभिक शिक्षा, निदेशक उच्च शिक्षा, महाप्रबंधक, जिला उद्योग निगम, हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम, जिला उद्योग अधिकारी जिला श्रम अधिकारी, अधिकारी सह जिला एड्स कार्यक्रम अधिकारी, जिला जनसंपर्क अधिकारी, से प्रतिनिधि उपस्थित रहे l मुख्य चिकत्सा अधिकारी कर्मचारी से कार्यक्रम अधिकारी व् कंसलटेंट डॉ तरुण सूद, डॉ अनुराधा, डॉ दीपिका, डॉ एकता, डा चारू गुप्ता, जिला कांगड़ा एड्स प्रोगाम से डॉo नेहा कोंडल क्लस्टर प्रोग्राम मैनेजर, आई.सी.टी.सी. परामर्शदाता मीना कल्हन व प्रीत किरण, यौन रोग परामर्शदाता मनोज कुमार, अन्तरिक्ष डोगरा, जिला क्षय रोग केंद्र धर्मशाला से विशाल, संजीव, यामिनी सूद, सुबेश, पिंकी उपस्थित रहे l.

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