डॉ. मुकुल बोले- हिमाचल में अढ़ाई लाख से ज्यादा लोग दिल के मरीज, अस्वस्थ जीवनशैली-धूम्रपान बड़ा कारण, #World Heart Day के अवसर पर दिए दिल को स्वस्थ रखने के सुझाव
स्वस्थ दिल के लिए अच्छी नींद बेहद जरूरी है। छोड़ो मोबाइल फोन
टांडा मै मनाया गया वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन डे
देश में 30 फीसदी मौतें हार्ट अटैक से,
हिमाचल में अढ़ाई लाख से ज्यादा लोग दिल के मरीज, अस्वस्थ जीवनशैली-धूम्रपान बड़ा कारण
India Reporter Today
दिल का दौरा पडऩा लोगों में अब आम बीमारी हो गई है। यह बीमारी जितनी आम है, उतनी ही जानलेवा भी है। प्री मैच्योर डेथ यानि समय से पहले होने वाली मौतों के लिए दिल की बीमारी बड़ा कारण है।
डाक्टरों का कहना है कि देश भर में समय से पहले होने वाली 30 फीसदी मौतों का कारण दिल का दौरा है।
40 से 60 वर्ष के उम्र की लोगों में दिल का दौरा पढऩे की घटनाएं ज्यादा हैं। खराब जीवनशैली दिल का दौरे के लिए सबसे बड़ी वजह है।
प्रत्येक वर्ष 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस बढ़ते हृदय रोगों के बारे में जनजागृति हेतु दुनिया भर में मनाया जाता है।
इस वर्ष विश्व हृदय दिवस-2022 की थीम ‘हर दिल के लिए दिल का इस्तेमाल करे मधुमेह, मेटाबोलिक सिंड्रोम, उच्च रक्तचाप, नशे के बढ़ते सेवन, गतिहीन जीवन शैली, खराब आहार और धूम्रपान की उच्च दर ये हृदय रोग के लिए प्रमुख जोखिम कारक हैं।
आधुनिक जीवनशैली और मोबाइल ने लोगों की नींद छीन ली है। स्वस्थ दिल के लिए अच्छी नींद बेहद जरूरी है।
डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज के कॉर्डियोलॉजी डॉ मुकुल भटनागर जी का कहना है कि हिमाचल प्रदेश की कुल आबादी में से करीब चार से पांच प्रतिशत लोग दिल की बीमारियों के शिकार हैं।
करीब अढ़ाई लाख लोग दिल की बीमारियों का शिकार हैं। दिल का दौरा पडऩे वाले लोगों की उम्र ज्यादा 50-60 वर्ष के आसपास हैं, लेकिन अब 40 वर्ष के आसपास के लोग भी दिल की बीमारी का शिकार हो रहे हैं।
अस्वस्थ जीवन शैली व धूम्रपान इसका बढ़ा कारण है।
डा. मुकल जी का कहना है कि दिल की बीमारियों से होने वाले नुकसान से बचने के लिए समय पर इलाज जरूरी हैं। मधुमेह, बीपी व मोटापा दिल की बीमारियों की वजह बनते हैं। ऐसे में 20 साल से अधिक की उम्र के हर व्यक्ति को साल में एक बार बीपी जरूर चैक करवाना चाहिए। (एचडीएम)
ऐसे दिल को रखें स्वस्थ
अच्छी जीवन शैली अपनाएं, दिन में करीब आधा घंटा सैर करें, जंक फूड के बजाय स्वास्थ्य वर्धक खाना खाएं, रोजाना करीब 7 से 8 घंटे की नींद लें, तनाव मुक्त रहने के लिए खेलों का सहारा लें।